scriptखड़ी रही एंबुलेंश, झाडफ़ूंक कराते रहे परिजन | Ambulances kept standing, family members were making sweep | Patrika News

खड़ी रही एंबुलेंश, झाडफ़ूंक कराते रहे परिजन

locationसीधीPublished: Jan 13, 2020 09:02:29 pm

Submitted by:

Manoj Kumar Pandey

अंधविश्वास के चक्कर में गई गर्भवती महिला की जान, अस्पताल पहुंचने से पहले ही तोड़ा दम

Ambulances kept standing, family members were making sweep

Ambulances kept standing, family members were making sweep

सीधी/अमिलिया। सीधी जिले में अभी भी लोग अंधविश्वास में पड़कर ईलाज से ज्यादा झाडफ़ूंक पर विश्वास करते हैं, जिससे कई बार समय पर उपचार न होने से बीमार की मौत हो जाती है।
ऐसा ही एक मामला जिले के जनपद पंचायत सिहावल के ग्राम भोरौं का सामने आया है, जहां झाडफ़ूंक के चक्कर में एक गर्भवती महिला की जान चली गई, जबकि सूचना पर 108 एंबूलेंश समय पर पहुंच गई थी, इसके बावजूद गर्भवती महिला के परिजन एंबुलेंश को खड़ा कराकर घंटो महिला की झाडफ़ूंक कराते रहे।
बताया गया कि जनपद सिहावल अंतर्गत ग्राम पंचायत भोरौं निवासी कल्पना साकेत पति शेषमणि साकेत 26 वर्ष गर्भवती थी, और पांच माह का गर्भ पेट पर रहा था। बताया जाता है कि महिला को ठंड लग गई थी, उसकी वजह से उसकी तबियत बिगड गई। परिजनों द्वारा 108 एंबुलेंश को फोन किया गया, सूचना मिलने पर अमिलिया स्वास्थ केंद्र से 108 एंबुलेंश लेकर डॉ.शिव शंकर व पायलट राजा सिंह भोरौं गांव पहुंचे। बताया गया कि रविवार की सुबह करीब 9.30 महिला के घर के पास एंबुलेंश पहुंच गई, तब गर्भवती महिला के परिजन उसकी झाडफ़ूंक करा रहे थे, एंबुलेंश वाहन पहुंचने के करीब एक घंटे तक परिजन महिला का झाडफ़ूंक ही कराते रहे। इस दौरान कई बार एंबुलेंश के डॉक्टर व चालक द्वारा जल्दी अस्पताल ले जाने के लिए कहा गया, लेकिन उनकी एक भी नहीं सुनी गई, और करीब घंटे भर झाडफ़ूंक का दौर चलता रहा। जब झाड़-फूं क की प्रक्रिया पूरी हो गई तब गर्भवती महिला को एंबुलेंश में बैठाकर सिहावल सामुदायिक स्वास्थ्य कंेद्र ले जाया गया, लेकिन तब तक महिला की हालत काफी बिगड़ चुकी थी। जहां प्राथमिक उपचार के बाद चिकित्सकों द्वारा जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया। जिला अस्पताल लाते समय रास्ते में ही महिला ने दम तोड़ दिया।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो