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टोल प्लाजा मे मनमानी: दो ही गेटो से हो रही वाहनों की आवाजाही

locationसीधीPublished: Aug 10, 2019 09:41:52 pm

Submitted by:

Manoj Kumar Pandey

दो गेट बंद होने के कारण वाहनो की लगी रहती हैं लंबी कतारें, लंबे समय से बंद किए गए हैं गेट, कर्मचारी बचाने के चक्कर में वाहन संचालकों की फजीहत, मामला एनएच 39 रीवा-सीधी मार्ग सोनवर्षा मे संचालित टोल प्लाजा का

Arbitration in toll plaza: movement of vehicles from two gates

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सीधी। रीवा-सीधी राष्ट्रीय राजमार्ग क्रमांक-39 में सीधी जिले के अंतर्गत जिला मुख्यालय से करीब पांच किमी दूर सोनवर्षा में संचालित टोल प्लाजा मेें मनमानी का दौर जारी है। टोल प्लाजा का संचालन करने वाली कंपनी द्वारा लंबे समय से टोल प्लाजा में बनाए गए दो आने व दो जाने के गेटों में से दो गेट बंद किए रहते हैं, जिससे केवल दो गेटो से ही वाहनों की आवाजाही हो पा रही है। ऐसी स्थिति में कई बार टोल प्लाजा में वाहनों की लंबी कतार लग जाती है, जिससे वाहन संचालकों को काफी देर तक टोल प्लाजा में खड़े रहना पड़ता है। कई बार तो इस वजह से वाहन संचालकों का टोल प्लाजा के कर्मचारियों के साथ विवाद की स्थिति भी निर्मित हो जाती है, जिसकी शिकायतें भी होती रहती हैं, बावजूद इसके जिम्मेदार अधिकारी ध्यान नहीं दे रहे हैं।
अधिकारियों की भी आवाजाही, फिर भी कार्रवाई से गुरेज-
रीवा-सीधी राष्ट्रीय राजमार्ग से जिले के प्रमुख अधिकारियों की आवाजाही बनी रहती है, इस मार्ग से कलेक्टर, जिला परिवहन अधिकारी, एमपीआरडीसी के जिम्मेदार अधिकारी भी गुजरते हैं, ये अलग बात है कि इन अधिकारियों के वाहनों की निकासी के लिए टोल प्लाजा संचालक द्वारा विशेष द्वारा खोल दिया जाता है, लेकिन इन जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा टोल प्लाजा के आवाजाही हेतु बंद किए गए दो द्वारा खुलवाने सहित अन्य मनमानी पर किसी प्रकार का ध्यान नहीं दिया जा रहा है। लिहाजा टोल प्लाजा संचालक अपनी मनमानी पर उतारू है।
कर्मचारी खर्च के बचाव में टोल प्लाजा संचालक-
वाहन संचालकों का आरोप है कि टोल प्लाजा संचालक द्वारा आवाजाही के दो मार्ग खोलने से चार ही कर्मचारी बैठाने पड़ते हैं, यदि चार मार्ग खोल दिए जाएंगे तो आठ कर्मचारी बैठाने पड़ेंगे, इस तरह संचालक द्वारा दो मार्ग बंद कर चार कर्मचारियों के वेतन की बचत की जा रही है, लेकिन इस मनमानी से वाहन संचालकों को कितनी परेशानी हो रही है इसका ख्याल न तो टोल प्लाजा संचालक को है और न ही जिम्मेदार अधिकारियों को।
सीएम हेल्प लाइन में की जा चुकी है शिकायत-
टोल प्लाजा में दो गेट बंद किए जाने से वाहन संचालकों को कई बार लंबी कतार में खड़े होना पड़ता है, इस बात को लेकर कई बार विवाद की स्थिति भी निर्मित हो चुकी है। चंदवाही बहरी निवासी पुनीत सिंह द्वारा टोल प्लाजा संचालक की इस मनमानी के विरूद्ध सीएम हेल्प लाइन में भी शिकायत की जा चुकी है, लेकिन इसके बावजूद भी मनमानी पर अंकुश नहीं लगाया जा सका है। पुनीत सिंह की शिकायत को निराकरण के लिए जिला परिवहन अधिकारी के पास भेजा गया था, जहां से यह शिकायत एमपीआरडीसी को भेज दी गई है।
आरटीओ की है जिम्मेदारी-
यह मामला आरटीओ से संबंधित है, इसलिए इस संबंध में जो भी आवश्यक कार्रवाई होगी वह जिला परिवहन अधिकारी की ओर से की जाएगी।
केपी पांडेय
एसडीएम, गोपद बनास
एमपीआरडीसी करेगा कार्रवाई-
सोनवर्षा टोल प्लाजा एमपीआरडीसी से संबंधित है, इसलिए वहां से संबंधित किसी भी प्रकार की कार्रवाई एमपीआरडीसी द्वारा ही की जाएगी। सीएम हेल्प लाइन में भी इस संबंध में शिकायत हुई थी, जो मेरे यहां भेजी गई थी, जो एमपीआरडीसी को फारवर्ड कर दी गई है।
कृतिका मोहटा
जिला परिवहन अधिकारी, सीधी

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