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ट्रांसपोर्ट नगर के दुकानों की हुई नीलामी, सवा सात लाख में बिकी सबसे महंगी दुकान

दुकान क्रय करने अभी भी आगे नहीं आ रहे वाहन मिस्त्री, बीस दुकानों की हो पाई नीलामी, 26 हैं कुल दुकानें, दुकाने नीलाम न होने से अधर में लटका वाहन मिस्त्रियों के विस्थापन का कार्य

सीधीJun 10, 2019 / 09:33 pm

Manoj Kumar Pandey

sidhi news

सीधी। शहर के जमोड़ी में बनाए गए ट्रांसपोर्ट नगर में बनाई गई २६ दुकानों में से करीब 20 दुकानों की नीलामी प्रक्रिया पूर्ण हो चुकी है। दरअसल ट्रांसपोर्ट नगर में बनाई गई दुकानों को वाहन मिस्त्रियों को ही प्रदाय किए जाने का निर्णय लिया गया था, इसलिए नीलामी प्रक्रिया में वाहन मिस्त्रियों के ही भाग लेने का नियम निर्धारित किया गया था। नगर पालिका द्वारा शहर में करीब तीन दर्जन से अधिक वाहन मिस्त्री चिन्हित किए गए थे, जिसमें सबसे अधिक प्राथमिकता शहर के छत्रसाल स्टेडियम में पास कार्य करने वाले वाहन मिस्त्रियों को दी गई थी, लेकिन नगर पालिका द्वारा आमंत्रित की गई इस नीलामी में वाहन मिस्त्री भाग नहीं ले पा रहे हैं, सात जून को निर्धारित की गई नीलामी प्रक्रिया में समस्त दुकानों की नीलामी न होने से इसकी तिथि लगातार बढ़ाई जा रही है, इसके बावजूद अब तक बीस दुकानों की ही नीलामी हो पाई है। नपा का प्रयाश है कि समस्त दुकानों की नीलामी प्रक्रिया पूर्ण होने के बाद वाहन मिस्त्रियों के विस्थापन की कार्रवाई की जाएगी। हलांकि कलेक्टर द्वारा इसके लिए 6 जून की तिथि निर्धारित की गई थी, लेकिन दुकानों की नीलामी प्रक्रिया पूर्ण न हो पाने की वजह से वाहन मिस्त्री अभी पुराने स्थलों पर ही कार्य कर रहे हैं।
नगर पालिका के राजस्व निरीक्षक पवन सिंह द्वारा बताया गया कि ट्रांसपोर्ट नगर में मुख्य रूप से तीन आकारों में दुकाने बनवाई गई थी, जिसमें सबसे बड़ा आकार 12 वाई 22 का था, इसके अलावा 12 वाई10, 10 वाई 10 व 10 वाई 6 की दुकाने निर्मित हैं, इनमें सबसे महंगी 12 वाई 22 की एक दुकान सात लाख पचीस हजार में नीलाम हुई है। इसके अलावा सभी दुकानो की एवरेज नीलामी तीन से चार लाख रूपए बताई गई है।
अभी छत्रसाल स्टेडियम व जय स्तंभ पार्क के पास लगता है मिस्त्रियों का जमावड़ा-
बीते कई वर्षो से वाहनों के सुधार का कार्य शहर के छत्रसाल स्टेडियम के पास, जय स्तंभ पार्क के पास स्टेट बैंक मार्ग तथा पूजा पार्क के बगल में होता है। यहां वाहनों के सुधार कार्य हेतु जमावड़ा लगने से यातायात प्रभावित होता है, वहीं गंदगी का आलम व्याप्त रहता है, छत्रसाल कांपलेक्स के पीछे का हिस्सा तो पूरी तरह से वाहन मिस्त्रियों के ही कब्जे में रहा है, जिससे कांपलेक्स की सुंदरता तो प्रभावित होती ही थी, वहीं गंदगी का आलम भी रहता था। कलेक्टर अभिषेक सिंह के संज्ञान मेें यह मामला आने पर उनके द्वारा शहर के सभी वाहन मिस्त्रियों को जमोड़ी मेें बनाए गए ट्रांसपोर्ट नगर में शिफ्ट किए जाने का निर्णय लिया गया, और ट्रांसपोर्ट नगर की दुकानों की नीलामी प्रक्रिया अतिशीघ्र नपा को पूर्ण करने के साथ ही नीलामी में केवल वाहन मिस्त्रियों को शामिल करने के निर्देश कलेक्टर अभिषेक सिंह द्वारा दिए गए थे।
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