बताया गया कि साथ में एक 11 वर्षीय कृष्णा केवट जो उन दोनों बच्चों का चचेरा भाई भी था, डूबते हुए भाई-बहन को बचाने के लिहाज से चाचा राजबहोर केवट के साथ पानी में उतरा लेकिन पानी अधिक होने के कारण वह भी डूबने लगा तभी उसके हाथ में कांटेदार बैर का पतला सा छोटा पेड़ लग गया जिसे पकड़कर वह बच गया जबकि चाचार राजबहोर तैरता रहा। बताया गया कि उसी समय गांव के लोग मिट्टी का तेल लेने कोटे की दुकान जा रहे थे। ग्रामीणों को देखकर कृष्णा केवट ने आवाज लगाई, तब ग्रामीणों ने उसे पानी से बाहर निकाला। ग्रामीणों को उसी बालक ने बताया कि दोनों चचेरे भाई-बहन पानी में डूबे गए हैं। इसकी सूचना परिजनों को दी गई। तब परिजन घटनास्थल पर पहुंचे और घटना की सूचना पुलिस चौकी पथरौला में दी गई।
सूचना मिलते ही चौकी प्रभारी पथरौला योगेश मिश्रा घटनास्थल पर पहुंचे और दोनों बच्चों के शव को पानी से बाहर निकलवाया। साथ ही मौका मुआयना करते हुए पंचनामा तैयार किया गया और शव को पोस्टमार्टम के लिए मझौली मर्चरी भेज दिया। सहिजनहा गांव में हुई इस हृदय विदारक घटना से गांव में मातम पसर गया है।