जंगल-जंगल का करना होगा दौरा
क्षेत्रफल में सिहावल के बाद धौहनी सीट ही बड़ी है। इसमें सीधी एवं सिंगरौली जिले के कई गांव शामिल है। सीधी के कुसमी, मझौली तो सिंगरौली की सरई विकासखंड को धौहनी क्षेत्र में शामिल किया गया है। मझौली विकासखंड मे 148, कुसमी मे 70 व सरई मे 78 मतदान केंद्र आते हैं। जहां कुल मतदाता २ लाख 17 हजार 877 हैं। इस सीट में प्रचार के लिए 250 किमी का सफर तय करना हैं। ऐसी स्थिति में नामांकन दाखिल करने के बाद चुनाव प्रचार के लिए प्रतिदिन 14 किमी से ज्यादा का सफर तय करना होगा।
क्षेत्रफल में सिहावल के बाद धौहनी सीट ही बड़ी है। इसमें सीधी एवं सिंगरौली जिले के कई गांव शामिल है। सीधी के कुसमी, मझौली तो सिंगरौली की सरई विकासखंड को धौहनी क्षेत्र में शामिल किया गया है। मझौली विकासखंड मे 148, कुसमी मे 70 व सरई मे 78 मतदान केंद्र आते हैं। जहां कुल मतदाता २ लाख 17 हजार 877 हैं। इस सीट में प्रचार के लिए 250 किमी का सफर तय करना हैं। ऐसी स्थिति में नामांकन दाखिल करने के बाद चुनाव प्रचार के लिए प्रतिदिन 14 किमी से ज्यादा का सफर तय करना होगा।
चुरहट: 190 किमी का सफर तय करना होगा
चुरहट विधानसभा सीट क्षेत्रफल के लिहाज से जिले में दूसरे नंबर पर आती है। यह विधानसभा सीट कमर्जी से शुरू होकर पश्चिम में पटना तो दक्षिण में खडड्ी अंचल तक जाती है। यहां कुल 2 लाख 27 हजार 155 मतदाता हैं। इस सीट पर भी भाजपा व कांग्रेस द्वारा प्रथम चरण मे ही प्रत्याशियों की घोषणा कर दी गई थी, जिससे पूर्व से ही प्रत्याशियों के द्वारा प्रचार अभियान मे जुट गए हैं। फिर भी नामांकन की तिथि समाप्त होने के बाद प्रत्याशियों को रोजाना करीब 11 किमी का सफर तय करना होगा।
चुरहट विधानसभा सीट क्षेत्रफल के लिहाज से जिले में दूसरे नंबर पर आती है। यह विधानसभा सीट कमर्जी से शुरू होकर पश्चिम में पटना तो दक्षिण में खडड्ी अंचल तक जाती है। यहां कुल 2 लाख 27 हजार 155 मतदाता हैं। इस सीट पर भी भाजपा व कांग्रेस द्वारा प्रथम चरण मे ही प्रत्याशियों की घोषणा कर दी गई थी, जिससे पूर्व से ही प्रत्याशियों के द्वारा प्रचार अभियान मे जुट गए हैं। फिर भी नामांकन की तिथि समाप्त होने के बाद प्रत्याशियों को रोजाना करीब 11 किमी का सफर तय करना होगा।