यह विद्यालय मदरही के शासकीय उचित मूल्य की दुकान के पास है, जहां दो कमरे सामुदायिक भवन के बने हुए हुए हैं। इनमें एक कमरे में उचित मूल्य की दुकान संचालित की जाती है तथा दूसरे कमरे में विद्यालय अपने संसाधनों को रखता है। बच्चों को शिक्षा देने का कार्य भवन के पास ही पेड़ के नीचे किया जाता है।
यहां गत वर्ष विद्यालय प्रबंधन द्वारा अस्थाई झोपड़ी का निर्माण कर लिया गया था, जिसके नीचे बैठकर बच्चे शिक्षा ग्रहण करते थे। लेकिन इस झोपड़ी का छप्पर इस वर्ष नष्ट हो चुका है। केवल ढांचा बचा है। उसके नीचे बैठकर बच्चे शिक्षा ग्रहण करने को मजबूर हैं। यह स्कूल वर्ष 2012 से संचालित है।
आंदोलन की तैयारी
पेड़ के नीचे विद्यालय संचालन की जानकारी मिलने पर पिछले सत्र के नवंबर में श्री गणेश युवा कला एवं समाज कल्याण समिति बहरी ने आवाज उठाई थी। समिति के रितेश गुप्ता सहित अन्य ने जिला प्रशासन और संकुल प्रमुख का ध्यान आकृष्ट कराते हुए मांग की है कि जल्द भवन का निर्माण कराया जाए। यदि जिला प्रशासन द्वारा शीघ्र विद्यालय के लिए भवन की व्यवस्था नहीं की गई तो हमारी समिति द्वारा उग्र आंदोलन किया जाएगा।
नहीं शुरू हुआ निर्माण
जानकार बताते हैं, इस विद्यालय के भवन निर्माण हेतु करीब 6 लाख रुपए स्वीकृत किए जा चुके हैं। निर्माण की जिम्मेदारी ग्राम पंचायत को सौंपी गई है, लेकिन ग्राम पंचायत द्वारा अब तक भवन का निर्माण शुरू नहीं कराया गया है।