बता दें कि जिले में बढ़ते कोरोना संक्रमण के कारण अब तक में कई चिकित्सक और मेडिकल स्टॉफ संक्रमित हो चुके हैं। वहीं सीएमएचओ को यह भी जानकारी मिली थी कि सरकारी अस्पतालों में तैनात ये डॉक्टर अस्पताल की बजाय अपने निजी आवास पर मरीजों का उपचार करने में ज्यादा व्यस्त हो गए थे। ऐसे में अस्पताल पहुंचने वाले मरीज, चिकित्सकों को खोजते रह जाते थे। लिहाजा सीएमएचओ ने आदेश जारी कर महीने भर के लिए निजी प्रेक्टिस पर प्रतिबंध लगा दिया है।
इस संबंध में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी सीधी ने आदेश जारी कर जिले के समस्त सरकारी अस्पतालों में तैनात सभी विशेषज्ञों, चिकित्सा अधिकारियों, आयुष चिकित्सा अधिकारियों को निर्देशित किया है कि अपने तैनाती स्थल पर मौजूद रहते हुए कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए वहां आने वाले रोगियों की जांच व परामर्श देना सुनिश्चित करें।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी का कहना है कि पिछले महीने की तुलना में चालू माह में कोरोना संक्रमित रोगियों की संख्या में वृद्धि हुई है। साथ ही कई चिकित्सक व पैरामेडिकल स्टाफ भी संक्रमित हुए हैं। अब सीएमएचओ के इस आदेश के अनुसार निजी प्रेक्टिस करते पाए जाने, निजी आवास पर रोगियों की भीड़ इकट्ठा करने पर संबंधित चिकित्सक के विरूद्ध कड़ी दंडात्मक कार्रवाई होगी। उन्होंने आदेश का कड़ाई से पालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।