फर्जी आइडी बनाने वाले व्यक्ति ने अधिकारियों को वाट्सऐप के जरिए निर्देश देने का भी काम शुरू कर दिया था। कुछ अधिकारियों को जब फर्जी आइडी होने की शंका हुई तो इसकी जानकारी डीएम ग्रुप के नाम से बने वाट्सऐप ग्रुप में दी गई।
कलेक्टर ने त्वरित मामला संज्ञान में लेते हुए पुलिस अधीक्षक के संज्ञान में मामला लाकर आवश्यक कार्रवाई की बात कही। पुलिस अधीक्षक ने मामले को साइबर सेल को दिया। साइबर सेल ने वाट्सऐप को रिपोर्ट करते हुए आइडी बंद कराई। फिलहाल किस व्यक्ति द्वारा किस उद्देश्य से ऐसा किया जा रहा था इसकी पुलिस पड़ताल जारी है। शुक्रवार को जब प्रशासन चुनाव के पहले चरण में व्यस्त था, उसी दौरान डीएम के नाम से वाट्सऐप आइडी में विभागों के अधिकारियों-कर्मचारियों को हाय हेलो सहित तरह तरह के मैसेज आने शुरू हो गए।
पुलिस सूत्रों की मानें तो उक्त नंबर के संबंध में जब साइबर सेल द्वारा जांच शुरू की गई तो नंबर की लोकेशन सहित अन्य जानकारियां बिहार राज्य की शो हो रही थीं। नंबर का संचालन भी बिहार राज्य से ही हो रहा था। फिलहाल इसकी गंभीरता से जांच की जा रही है।
कलेक्टर मुजीबुर्रहमान खान के नाम से फर्जी वाट्सऐप आइडी संचालित किए जाने की बात आई है। इसकी जांच साइबर सेल के माध्यम से कराई जा रही है, प्राथमिक जांच में संबंधित नंबर बिहार राज्य से संचालित किया जाना पाया गया है।
-अंजुलता पटले, एएसपी सीधी