तीसरे दिन जिले के कमर्जी अंचल में बारिश और ओला की मार से फसल बर्बाद, आफत में अन्नदाता
सीधीPublished: Feb 26, 2020 01:21:56 pm
प्रकृति की मार से किसान परेशान, बारिश के साथ ओलावृष्टि का दौर जारी, चौपट हो रही दलहनी व तिलहनी फसलें
Crop wasted due to rain and hailstorm in Kamarji zone of district on t
सीधी। जिले में ओलावृष्टि के रूप में किसानों पर प्रकृति का कहर जारी है। बीते दो दिनों से जहां जिले के कुसमी एवं मझौली अंचल में तेज बारिश के साथ ओलावृष्टि होने से किसनों की दलहनी, तिलहनी व गेहूं की फसल चौपट हुई, वहीं मंगलवार की सुबह सीधी विकासखंड के कमर्जी अंचल में एक दर्जन से अधिक गांवों में तेज बारिश के साथ ओलावृष्टि होने से किसानों की फसलें प्रभावित हुई हैं। जिले में तीन दिनों से लगातार जारी ओलावृष्टि से किसान काफी ङ्क्षचतित नजर आ रहे हैं, हालांकि प्रशासन द्वारा ओलावृष्टि से प्रभावित फसलों को सर्वे शुरू कर दिया गया है, लेकिन लगातार जारी ओलावृष्टि से किसानों को इस बात की चिंता सता रही है कि कहीं रवी के सीजन की पूरी फसल ही न चौपट हो जाए।
क्षेत्रीय किसानों के अनुसार मंगलवार की सुबह करीब 5.30 बजे कमर्जी अंचल में तेज बारिश के साथ बेर से बड़े आकार के ओले गिरना शुरू हुए। यह क्रम करीब दस मिनट तक जारी रहा, बारिश व ओलावृष्टि बंद होने के बाद किसान खेतों की ओर भागना शुरू किए, खेतों में जाकर देखा तो सरसो व अरहर के फूल झड़ चुके थे, वहीं चना व गेहूं की फसलें खेतों में बिछ गए थे, खेतों में फसलों की यह स्थिति देख किसानों ने अपना माथा पीट लिया।
एक दर्जन से अधिक गांवों में सैकड़ो एकड़ की फसल प्रभावित-
बताया गया कि मंगलवार की सुबह कमर्जी अंचल के कमर्जी, डिहुली, लहिया, उकरहा, मधुगांव, पड़रिया, सलैया, बघमरिया, चदैंनी, चरहई, पिपरहा, अमल्लकपुर, उकरिहा सहित आस-पास के अन्य गांवों में ओलावृष्टि हुई है, जिससे सैकड़ों एकड़ में बोई गई रवी की फसलें चौपट हो गई हैं।