ड्युटी में मौजूद आरक्षक की ह्दय घात से मौत
सीधीPublished: Jan 23, 2020 04:54:35 pm
ड्युटी में मौजूद आरक्षक की ह्दय घात से मौत, सम्मन तामीली के लिए गया था मड़रिया, ड्युटी के प्रति हमेशा रहता था मुस्तैद
सम्मन तामीली के लिए गया था मड़रिया
सीधी। सिटी कोतवाली थाना में पदस्थ आरक्षक प्रदीप पांडेय की मंगलवार दोपहर करीब 12 बजे हृदयाघात के चलते दु:खद निधन हो गया। खुशमिजाज स्वभाव के प्रदीप की अचानक हुई मौत से विभाग के साथ ही उन्हे जानने वालों में शोक की लहर दौड़ गई। पुलिस परिवार भी गहरे सदमें में देखा गया। प्रदीप पांडेय को जिस दौरान हृदयाघात हुआ वह बीट ड्युटी में सम्मन तामीली के लिए शहर के मड़रिया में गए हुए थे। अचानक उन्हे चक्कर आया और सीने में तेज दर्द शुरू हो गया। जिसके बाद वहां मौजूद लोगों ने तत्परता पूर्वक जिला अस्पताल पहुंचाया। डाक्टरों द्वारा परीक्षण के बाद उन्हे मृत घोषित कर दिया गया। यह खबर जैसे ही सिटी कोतवाली थाना में पहुंची नगर निरीक्षक शेषमणि पटेल समेत अन्य पुलिसकर्मी जिला अस्पताल पहुंच गए। यहां तक कि पुलिस लाईन यातायात, जमोड़ी थाना, अजाक थाना समेत अन्य थानों के जिला मुख्यालय में आए पुलिसकर्मी भी जिला अस्पताल पहुंचे। आरक्षक प्रदीप पांडेय के आसमायिक निधन के चलते पुलिस परिवार में काफी शोक की लहर छाई हुई है। हर कोई यही कह रहा था कि पुलिस विभाग के लिए उनका निधन बड़ी अपूर्णीय क्षति है। एक वर्ष से सिटी कोतवाली में पदस्थ आरक्षक प्रदीप पांडेय अपने ड्युटी को लेकर भी हमेशा सजग रहे। ड्युटी में समय से पहले आना एवं पूरा कार्य निपटाकर ही जाना उनके अनुशासन में शुमार था। पुलिस विभाग के अधिकारी भी जानते थे कि प्रदीप को जो कार्य सौंपा जाएगा उस पर वह पूरी तरह से खरे उतरेगें। इसी वजह से उन्हे विभाग की ओर से भी पेंचीदगी वाले कार्यो को सौंपा जाता था। जिसको अन्य पुलिसकर्मियों को करने में काफी दिक्कतें आती थी। उनका स्वभाव खुशमिजाज के चलते आम आदमियों को भी सहयोग करने के लिए हमेशा तत्पर रहते थे। जिला अस्पताल में पोस्ट मार्टम कार्रवाई के पश्चात उनके पार्थिव शरीर को परिजनों को सौंप दिया गया। बाद में पुलिस विभाग की ओर से विशेष वाहन की व्यवस्था भी की गई जिससे पार्थिव शरीर को उनके गृह क्षेत्र कानपुर उत्तर प्रदेश के लिए रवाना किया गया।
विलखते परिजनों को बधाया ढांढ़स-
आरक्षक प्रदीप पांडेय के आकस्मिक निधन की खबर मिलते ही पुलिस लाईन के 84 क्वाटर में रहने वाला उनका परिवार भी रोते विलखते जिला अस्पताल पहुंचा। परिजनों को रोते विलखते देखकर साथ में पुलिसकर्मियों के परिवार की आई महिलाओं ने उन्हे काफी ढांढ़स बंधाया। साथ ही पुलिस अधिकारियों एवं कर्मचारियो ने भी विलखते परिजनों को सात्वंना देते हुए कहा कि उनकी हर तरह की मदद की जाएगी। पुलिसकर्मियों ने अपने स्तर से चंदा भी तत्काल एकत्रित कर तत्कालिक मदद के रूप में परिजनों को दिया। प्रदीप पांडेय के परिवार में सीधी में रहने वालों में धर्मपत्नी एवं बेटी-बेटा शामिल है। दोनो बच्चे अभी कालेज स्तर की पढ़ाई कर रहे है।