दो हैंडपंप बंद पड़े, एक के भरोसे पूरा गांव
ग्रामीणों ने बताया कि कहने को तो यहां तीन हैंडपंप हैं, लेकिन गर्मी सीजन शुरू होते ही दो हैंडपंप हवा उगलने लगे। पाइप बढ़वाने के लिए सरंपच सचिव से गुहार लगाई, लेकिन नतीजा कु छ नहीं निकला। नेता लेाग वोट मांगने के लिए आते हैं, विकास की बड़ी-बड़ी बातें करते हैं, लेकिन पानी की समस्या पर आश्वसन देकर चले जाते हैं। समस्या जस की तस बनी हुई है। पानी भरने को लेकर यहां आए दिन विवाद की स्थिति बनती है।
ग्रामीणों ने बताया कि कहने को तो यहां तीन हैंडपंप हैं, लेकिन गर्मी सीजन शुरू होते ही दो हैंडपंप हवा उगलने लगे। पाइप बढ़वाने के लिए सरंपच सचिव से गुहार लगाई, लेकिन नतीजा कु छ नहीं निकला। नेता लेाग वोट मांगने के लिए आते हैं, विकास की बड़ी-बड़ी बातें करते हैं, लेकिन पानी की समस्या पर आश्वसन देकर चले जाते हैं। समस्या जस की तस बनी हुई है। पानी भरने को लेकर यहां आए दिन विवाद की स्थिति बनती है।
महिलाओं की परेशानी
एक बुजुर्ग ने बताया जो हैंडपंप चालू हालत में है, वह गांव से दो किमी दूर स्थित है। ऐसे में ज्यादातर परिवारों को पानी भरने के लिए दो किमी दूर जाना पड़ता है। ग्रामीण साइकिल में बाल्टियां लटकाकर या महिलाएं सिर पर बाल्टी रखकर पानी ढोने को मजबूर हैं।
एक बुजुर्ग ने बताया जो हैंडपंप चालू हालत में है, वह गांव से दो किमी दूर स्थित है। ऐसे में ज्यादातर परिवारों को पानी भरने के लिए दो किमी दूर जाना पड़ता है। ग्रामीण साइकिल में बाल्टियां लटकाकर या महिलाएं सिर पर बाल्टी रखकर पानी ढोने को मजबूर हैं।
अक्सर होता है विवाद
ग्रामीणों ने पहले आओ पहले पाओ की व्यवस्था लागू कर रखी है, ताकि विवाद न हो। इसके बावजूद अक्सर पानी लेने के क्रम को लेकर विवाद की स्थिति निर्मित होती रहती है।
ग्रामीणों ने पहले आओ पहले पाओ की व्यवस्था लागू कर रखी है, ताकि विवाद न हो। इसके बावजूद अक्सर पानी लेने के क्रम को लेकर विवाद की स्थिति निर्मित होती रहती है।