बता दें कि मध्यप्रदेश टूरिज्म बोर्ड द्वारा प्रदेश में पर्यटन की अपार संभावनाओं को देखते हुए तथा ग्रामीण स्तर पर समुदाय को आजीविका से जोड़ने समुदाय आधारित ग्रामीण पर्यटन अंतर्गत हेरिटेज विलेज बनाने का कार्य प्रारंभ किया गया है। योजना में सीधी जिले के विकासखंड कुसमी अंतर्गत दो ग्रामों खोखरा तथा ठाड़ीपाथर को चिन्हांकित किया गया था।
प्राकृतिक नजारे भी रोमांचकारी
ग्राम खोखरा व ठाड़ीपाथर के आस-पास का प्राकृतिक नजारा रोमांचकारी है। खोखरा बरचर बांध से लगा हुआ है जहां आने वाले पर्यटकों को नौका विहार के सुविधा की भी तैयारी की जा रही है। ठाड़ीपाथर गांव में महान व गोपद नदी का संगम स्थल चरका झरना, सहित अन्य कई प्राकृतिक मनोरम स्थल आस-पास हैं जो पर्यटकों को रोमांचित कर रहे हैं।
मध्यप्रदेश टूरिज्म बोर्ड द्वारा खोखरा के सरपंच गिरदान सिंह सहित 5 ग्रामीणों को राजस्थान में जोधपुर के पास सालावास गांव का भ्रमण कराया गया था तथा ठाड़ीपाथर गांव के तीन हितग्राहियों को इंस्टीट्यूट ऑफ होटल मैनेजमेंट ग्वालियर से 21 दिवस का प्रशिक्षण प्रदान किया गया है। इसके साथ ही हितग्राहियों को आवश्यक तकनीकी सहायता भी उपलब्ध कराई जा रही है। जिसमें जिला प्रशासन व संस्था ग्राम सुुधार समिति द्वारा आवश्यक सहयोग किया जा रहा है।
वेबसाइट से होगा प्रचार-प्रसार
हेरिटेज विलेज के रूप में विकसित किए जा रहे गांव खोखरा व ठाड़ीपाथर को मप्र पर्यटन विकास निगम द्वारा वेबसाइट के जरिए प्रचार प्रसार किया जा रहा है ताकि विदेशी पर्यटक इसकी जानकारी प्राप्त कर सकें।