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कांग्रेस के दिग्गज नेता अजय सिंह के ‘दर्द’ पर जिला कांग्रेस पार्टी प्रवक्ता ने उठाए सवाल, सोशल मीडिया में पत्र वायरल

locationसीधीPublished: Apr 06, 2019 05:49:21 pm

Submitted by:

Anil singh kushwah

विधानसभा चुनाव में हार का जिक्र करते हुए एक सभा में कहा था

Congress leader Ajay Singh needs BJP in election meeting

Congress leader Ajay Singh needs BJP in election meeting

सीधी/ सिंगरौली. सीधी लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी पूर्व नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह के दर्द पर जिला कांग्रेस कमेटी सिंगरौली के प्रवक्ता ने सवाल उठाए हैं। प्रवक्ता भास्कर मिश्रा ने पूर्व नेता प्रतिपक्ष को पत्र लिखकर कई सवालों के जवाब मांगे हैं। साथ ही कहा कि इन प्रश्नों का समाधान किए बिना पार्टी की जीत संभव नहीं है। सवाल संबंधी कथित पत्र सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। दरअसल, विगत दिनों अजय सिंह ने चुरहट में कहा कि अगर लोकसभा चुनाव हारता हूं तो यह मेरा अंतिम चुनाव हो सकता है। इसके बाद दोबारा समीक्षा करने तक नहीं आऊंगा। मैं 65 साल का हो गया हूं। मेरा कुछ नहीं बिगड़ेगा, कहीं न कहीं व्यवस्था बना लूंगा। राज्यसभा सांसद भी बन जाऊंगा। नुकसान आप लोगों को होगा, आपकी पहचान गायब हो जाएगी। विधानसभा चुनाव में हार का जिक्र करते हुए कहा था कि पार्टी के कुछ कार्यकर्ताओं और मतदाताओं का मानना था कि अजय सिंह चुनाव जीतेंगे तो मुख्यमंत्री बन जाएंगे। वे इसी बात की गांठ बांधकर बैठ गए। यही मेरी हार का कारण बन गया।
ये सवाल उठाए
01. कार्यकर्ता सम्मेलन के दौरान भाषण में आपने कहा कि ‘हमारा और आपका यह आखिरी चुनाव है। गड़बड़ हो गया तो हमें और आपको कोई नहीं पूछेगा। हम हार भी गए तो आगे चलकर पार्टी हमें राज्यसभा सांसद बना देगी किंतु आपको कोई नहीं पूछेगा? यह संभव है कि आपका यह आखिरी चुनाव हो। क्योंकि आप उम्र के आखिरी ढलान पर हैं। किंतु कार्यकर्ताओं और जनता के लिए आखिरी चुनाव कैसे होगा। कृपया बताने का कष्ट करें? क्या आप और आपके लोग अपने वास्तविक स्वभाव में आकर कुछ ऐसा करने वाले हैं कि लोग मतदान करने के लायक नहीं रहेंगे या फिर आपके अन्य किसी खतरनाक स्वभाव के भागी होंगे। लोग इसे धमकी समझ रहे हैं, स्पष्ट करें?
02. ‘यदि हम हारे तो हमें पार्टी राज्यसभा में भेज देगीÓ। इससे लोगों के मन में तीन सवाल पैदा हुए हंै। एक तो ऐसा लगता है कि चुनाव लड़ कर आप लोगों पर एहसान कर रहे हैं। जबकि लोकतंत्र में न जनता और न ही कार्यकर्ता ऐसा एहसान लेना पसंद करेगी। दूसरा कि आपके मन में पहले से ही एक विकल्प है तो फिर पार्टी का टिकट क्यों खराब कर रहे हैं? तीसरा यह कि नि:संदेह आप एक बहुत ही सक्षम व्यक्ति हैं और राज्यसभा में जा सकते हैं तो लोकसभा के टिकट के लिए इतना परेशान और दु:खी क्यों हुए?
03. आपने कहा कि चुनाव में गड़बड़ हुआ तो आपको कोई नहीं पूछेगा। कार्यकर्ता जानना चाहते हैं कि आपने ही अपने अति करीबियों को छोड़कर किसी व्यक्ति जो कि आम और ईमानदार कार्यकर्ता है, के बारे में जानने की कोशिश की है कि उनके घर में चूल्हा जलता है या नहीं? मीटिंग में आने के लिए अपने बच्चों के किन जरूरतों की कटौती की या यह जानने की कोशिश की कि कोई उन्हें पूछता है कि नहीं?

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