बताया गया, रविवार-सोमवार की रात घोघी गांव में उत्पात मचाने के बाद व अपने एक साथी के पकड़े जाने से दल के चार हाथियों ने अपनी लोकेशन बदल ली है। सोमवार को दल दिनभर ड्रोन कैमरे से उनकी लोकेशन ट्रैस करता रहा पर झुंड नजर नहीं आया। सूत्र बताते हैं कि हाथियों का झुंड गुलाब सागर बांध के घने जंगलों में छिप गया है। अब इनके खड्डी अंचल में पहुंचने की आशंका व्यक्त की जा रही है।
वन विभाग ने बांटी राहत सामग्री
घोघी गांव के रामसजीवन पाल, शेषमणि पाल, धर्मराज पाल, दीनदयाल पाल के घर को हाथियों ने पूरी तरह उजाड़ दिया है। इससे उनके घर में रखा अनाज व बर्तन भी नष्ट हो गया है। ऐसे में सोमवार की सुबह वन अमला पीडि़तों के घर पहुंचा और उन्हें राहत सामग्री बांटी। वन विभाग द्वारा पीडि़तों को पांच किलो आटा, आठ किग्रा चावल, दो किग्रा दाल के साथ ही 20 बाई 18 की तिरपाल दी गई है।
घोघी गांव के रामसजीवन पाल, शेषमणि पाल, धर्मराज पाल, दीनदयाल पाल के घर को हाथियों ने पूरी तरह उजाड़ दिया है। इससे उनके घर में रखा अनाज व बर्तन भी नष्ट हो गया है। ऐसे में सोमवार की सुबह वन अमला पीडि़तों के घर पहुंचा और उन्हें राहत सामग्री बांटी। वन विभाग द्वारा पीडि़तों को पांच किलो आटा, आठ किग्रा चावल, दो किग्रा दाल के साथ ही 20 बाई 18 की तिरपाल दी गई है।
ट्रैंकुलाइज हाथी को ले जाने की तैयारी
रेस्क्यू दल ने रविवार को ट्रैंकुलाइज किए गए नर हाथी को सांकल से जकड़ा है, ताकि वह भाग न सके। हाथी को बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में शिफ्ट किया जाएगा। हाथी अभी जंगली क्षेत्र में है जहां से उसे वाहन में लाया नहीं जा सकता। इसके लिए वन विभाग द्वार जेसीबी व ट्रैक्टरों से मार्ग तैयार किया जा रहा है। मार्ग तैयार होते ही नर हाथी को बांधवगढ़ ले जाया जाएगा।
रेस्क्यू दल ने रविवार को ट्रैंकुलाइज किए गए नर हाथी को सांकल से जकड़ा है, ताकि वह भाग न सके। हाथी को बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में शिफ्ट किया जाएगा। हाथी अभी जंगली क्षेत्र में है जहां से उसे वाहन में लाया नहीं जा सकता। इसके लिए वन विभाग द्वार जेसीबी व ट्रैक्टरों से मार्ग तैयार किया जा रहा है। मार्ग तैयार होते ही नर हाथी को बांधवगढ़ ले जाया जाएगा।