यहां रोज लगता है जाम, सभी होते हैं परेशान…..
सीधीPublished: Aug 21, 2019 10:44:49 am
शहर मे कहीं आटो स्टैंड नहीं, सड़को पर खड़े होते हैं दो हजार से ज्यादा आटो, सोनांचल बस स्टैंड मे तय किया था स्थान, पर यहां सिर्फ दिखते हैं ठेले
Everyday there seems to be a jam, everyone gets upset …..
सीधी। शहर मे आटो की संख्या बढ़ती जा रही है, लेकिन उन्हें व्यवस्थित रूप से खड़े करने के लिए शहर में कहीं भी आटो स्टैंड नहीं बन पाए हैं। हालत यह कि अब सड़को पर कहीं भी आटो खड़े हो रहे इससे आटो चालक भी परेशान है और आम नागरिक व अन्य वाहन चालक भी। बार-बार सड़को पर जाम की नौबत भी बन रही है, लेकिन नगरपालिका व प्रशासन कोई ध्यान नहीं दे रहा है।
आटो चालको की मानें तो शहर मे इस समय दो हजार से अधिक छोटे बड़े आटो चल रहे हैं। यात्रियों के परिवहन के साथ ही विद्यार्थियों को स्कूल लाने ले जाने का कार्य भी मुख्य रूप से आटो पर आश्रित है। आबादी बढऩे के साथ ही आटो की संख्या भी बढ़ती गई लेकिन शहर की सड़को पर आटो व्यवस्थित रूप से चल सकें इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा। सड़को के किनारे हांथ ठेले खड़े होने से यह आटो सड़क पर ही खड़े रखने पड़ रहे और इससे जाम भी लगते हैं और शहर में आटो चलने में कई तरह की समस्याओं से जूझना पड़ रहा है।
यह बन रही नौबत-
शहर मे आटो स्टैंड की कमी से अब बस स्टैंड परिसर के मेन रोड पर आटो खड़े हो रहे इससे बसों के आने-जाने के दौरान इस मार्ग पर हादसों का डर बढ़ रहा। इसी तरह सोनांचल बस स्टैंड मे भी आटो के लिए जगह न होने के कारण जाम अब आम हो चुका है। लालता चौक मे सुबह से ही श्रमिको की भीड़ जुट जाती है, जिनको ले जाने के लिए आटो चालको मे होड़वाजी मची रहती है, जिसके कारण दर्जनो आटो एक साथ सड़क पर ही खड़े हो जाते हैं।
पूर्व मे तय किए थे स्थान-
शहर मे बढ़ती आबादी व आटो की संख्या को लेकर लंबे समय से आटो स्टैंड बनाने की मांग उठ रही है। आटो यूनियन व प्रशासन की बैठक मे मंथन कर आटो खड़े करने के लिए स्थान का निर्धारण भी किया गया था। सोनांचल बस स्टैंड से बसों का संचालन बंद कर सभी बसो को नवीन बस स्टैंड मे स्थानांतरित कर दिया गया था। वहीं पुराने अर्थात सोनांचल बस स्टैंड को आटो स्टैंड के लिए जगह निर्धारित कर दी गई थी किंतु आलम यह है कि यहां आटो एक भी नजर नहीं आते बल्कि ठेले ब्यवसाइयो ने जमावड़ा बना लिया है। वहीं सोनांचल बस स्टैंड के सामने भी स्थान सुरक्षित किया गया था यहां भी सब्जी, फलो व चाट के ठेले ही देखे जा रहे हैं।
बैठको मे भी हुई मुद्दे की अनदेखी-
शहर मे आटो स्टैंड की पहली जरूरत है। इसके बाद भी नगर पालिका की बैठकें, सड़क सुरक्षा व यातायात समिति की बैठको में इस मुद्दे की अनदेखी होती आर्ई। आटो चालकों का कहना है कि शहर के विकास पर चर्चा होती है पर आटो स्टैंड की तरफ ध्यान नहीं दिया जा रहा है। इससे आम नागरिको के साथ ही आटो चालको को परेशानी से जूझना पड़ रहा है।