जिले में शासकीय एवं निजी सेंटरों पर पंजीयन प्रक्रिया समय पर नहीं होने से किसान परेशान हैं। जिले में बीते 10 दिनों में गोपद बनास, सिहावल, बहरी, चुरहट, रामपुर नैकिन, कुशमी, मझौली में बुधवार तक एक हजार 354 किसानों ने पंजीयन कराया। जिसमें गेहूं का 1,348, चना का 189 किसानों का पंजीयन हो चुका है। किसानों ने कहा छह दिनों से पंजीयन में लगे रहे तब कहीं जाकर पंजीयन हो पाया है।
किसानो ने बताया कि उन्होंने ऋण पुस्तिका, बैंक खाता नंबर, समग्र आईडी एवं मोबाइल नंबर को आधार से लिंक कराया है। लेकिन, इसके बाद भी कंप्यूटर से पंजीयन कराने पर उनके मोबाइल पर ओटीपी नहीं आ रहा है, जिससे उनका पंजीयन अटका है। शासकीय केंद्रों पर रजिस्ट्रेशन कराने वाले किसानों की भीड़ लगी हुई है। वहां के कम्प्यूटर धीमी गति से चलने से एक-एक किसान को काफी समय तक बैठना पड़ रहा है। वे निजी ऑनलाइन सेंटर पर पंजीयन कराने के लिए आए हैं। लेकिन, निजी दुकानों पर भी सर्वर डाउन होने की समस्या के चलते उनके रजिस्ट्रेशन ओटीपी नहीं आने के कारण अटके हुए हैं।
किसानों ने बताया कि छह दिन से पंजीयन कराने के लिए परेशान हैं। इस बार नहीं आएंगे किसानों को मैसेज फर्जी तरीके से पंजीयन कराने वालों पर रोक लगाने के लिए शासन ने इस वर्ष नई व्यवस्था की है। जिन किसानों के खसरे व बैंक नंबर आधार कार्ड से लिंक होंगे, उन्हीं किसानों के पंजीयन हो रहे हैं। पंजीयन कराते समय किसानों के मोबाइल नंबर पर आटीपी नंबर जा रहे हैं, जिससे साफ हो रहा है कि वे पात्र किसान हैं पंजीयन ऑप्सन में किसानों को उपज बेचने के लिए तिथि व समय व केंद्रों का चयन करने की सुविधा दी है। शासकीय व निजी केंद्र पर हो रहे पंजीयन जिले में खाद्य विभाग द्वारा किसानों से समर्थन मूल्य पर गेहूं खरीदी करने के लिए गत 5 फरवरी से पंजीयन शुरू किए थे। जिले के पांचों विकासखंडो में 40 पंजीयन केंद्र निर्धारित किए गए हैं।