scriptसमर्थन मूल्य पर धान विक्री के बाद भुगतान के लिए भटक रहे किसान | Farmers wandering for payment after paddy sale on support price | Patrika News

समर्थन मूल्य पर धान विक्री के बाद भुगतान के लिए भटक रहे किसान

locationसीधीPublished: Feb 25, 2020 11:25:08 am

Submitted by:

op pathak

समर्थन मूल्य पर धान विक्री के बाद भुगतान के लिए भटक रहे किसान, पांच हजार किसानो को नहीं मिला १७ करोड़ रुपए का भुगतान, धान विक्रय के एक माह बाद भी भुगतान के लाले

सीधी। खरीदी केंद्रो में समर्थन मूल्य पर धान बेचने के बाद भुगतान के लिए किसानों को भटकना पड़ रहा है। खरीदी केंद्रो पर धान बेचने वाले ५ हजार ऐसे किसान हैं जिनकों धान बेचने के एक माह बाद भी भुगतान के लिए सहकारी समितियों या बैंक शाखाओ के चक्कर काटने पड़ रहे हैं। समिति या शाखा प्रवंधको के द्वारा एक ही रटा रटाया जवाब दिया जा रहा है कि भोपाल से आपके खाते मे राशि नहीं डाली गई है। जिसके कारण हम भुगतान नहीं कर सकते। भुगतान न मिलने के कारण जनसुनवाई मे शिकायतों का दौर भी शुरू हो चुका है।
तीन दिन मे करना था भुगतान-
राज्य शासन के द्वारा किसानों के हित को लेकर भुगतान की समय सीमा तय की गई है। जिस दिन किसान के द्वारा अपने उपज की समर्थन मूल्य पर विक्री की जाती है उसके तीन दिन के अंदर भुगतान हो जाना चाहिए। किंतु जिले मे धान की खरीदी २० जनवरी से बंद हुई है, अब एक माह से ज्यादा का समय बीत जाने के बाद भी किसानों को भुगतान के लिए भटकना पड़ रहा है।
साफ्टवेयर में अपडेट नहीं है खाते नंबर-
पत्रिका पड़ताल में पता चला है कि धान खरीदी के पूर्व किसानों ने पंजीयन कराते समय बैंक पासबुक की छायाप्रति सहित बैंकिंग संव्यवहार की पूरी जानकारी दस्तावेज में दी थी। लेकिन साफ्टवेयर में कई किसानों की जानकारी गलत दर्ज की गई है। इसके चलते भी किसानों के खाते में राशि नहीं पहुंच पा रही है। अधिकारियों का कहना है कि हम किसानों को जिला सहकारी केंद्रीय बैंक शाखाओं में खाते खोलने की अपील कर रहे हैं, ताकि ऐसी समस्याएं न हो।
१७ करोड़ रुपए से ज्यादा का लटका भुगतान-
जिले मे समर्थन मूल्य पर १३ हजार ३२५ किसानों के द्वारा ६ लाख ६५ हजार ३८४ क्विंटल धान की विक्री की गई थी। जिसके एवज मे शासन के द्वारा किसानों के खाते मे एक अरब १५ करोड़ ८९ लाख ३२ हजार ६२२ रुपए का भुगतान करना था किंतु आज दिनांक तक किसानो को ९८ करोड़ ४८ लाख १४ हजार ८५२ रुपए का ही भुगतान हो पाया है जबकि १७ करोड़ ४१ लाख १७ हजार ७७० रुपए का भुगतान अब भी लंबित पड़ा हुआ है।
फैक्ट फाइल-
* १३,३२५ किसानों ने की धान की विक्री
* ६,६५,३८४ क्विंटल धान की गई थी खरीदी
* १,१५,८९,३२,६२२ रुपए का करना था भुगतान
* ५००२ किसानों को नहीं मिली भुगतान राशि
* १७,४१,१७,७७० रुपए का भुगतान शेष
सीधा किसानों के खाते मे होता है भुगतान-
समर्थन मूल्य पर किसानो से जो उपज खरीदी जाती है, उसका भुगतान मेरे द्वारा नहीं किया जाता है बल्कि सीधे किसानो के खाते मे भोपाल से ही राशि जारी कर दी जाती है। जिन किसानो का भुगतान शेष है उनका जल्द भुगतान हो जाएगा।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो