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कांग्रेस महामंत्री के वायरल वीडियो को लेकर मचा बवाल

कांग्रेस महामंत्री के वायरल वीडियो को लेकर मचा बवाल, वायरल वीडियो में रेत खदानों से मंत्री के नाम पर कलेक्टर के द्वारा पांच-पांच लाख रूपए वसूली का आरोप, वीडियो के आधार पर भाजपा ने कांग्रेस को घेरने की शुरू की राजनीति, चुरहट विधायक के द्वारा कलेक्टर को सौंपा गया मुख्यमंत्री के नाम संबोधित ज्ञापन

सीधीFeb 15, 2020 / 07:33 pm

op pathak

सीधी। कांग्रेस के जिला महामंत्री का वायरल हो रहा वीडियो इस समय सुर्खियो मे बना हुआ है। इस वीडियो को लेकर विपक्ष मोर्चा खोल चुकी है वहीं कांग्रेस पर अवैध रेत कारावारियों को संरक्षण देने का आरोप लगा रही है। वायरल वीडियो को लेकर चुरहट विधायक शरदेंदु तिवारी सहित भाजपा के जिला अध्यक्ष सहित अन्य नेताओं के द्वारा कमलनाथ के नाम संबोधित ज्ञापन कलेक्टर को सौंपकर कार्रवाई की मांग की गई है वहीं चुरहट विधायक के द्वारा इस वीडियो को रीवा प्रवास पर आए नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव को भी अवगत कराया गया है।
क्या है मामला-
वायरल हो रही वीडियो मे कांग्रेस जिला महामंत्री भानू पांडेय सहित सोन घडिय़ाल विभाग के डिप्टी रेंजर सहित अन्य कर्मचारी उपखंड अधिकारी चुरहट के कार्यालय मे बैठकर दरवार करते देखे जा रहे हैं। जिसमें महामंत्री भानू पांडेय के द्वारा सीधी आरोप लगाते हुए कहा जा रहा है कि रेत खदानों से कलेक्टर व मंत्री पांच-पांच लाख रूपए ले रहे हैं, हम लोग एक ट्राली रेत की निकासी कर ले तो पूरा प्रशासन पीछे पड़ जाता है। यद्यपि किस मंत्री के द्वारा रूपए लिए जा रहे हैं इसका वीडिय़ो मे कोई जिक्र नहीं किया गया है। यह वीडियो सोशल मीडिया पर सामने आने के बाद विपक्ष इसे आड़े हांथो लेते हुए कांग्रेस को घेरने मे जुट गई है।
सौंपा गया ज्ञापन
चुरहट विधायक शरदेंदु तिवारी सहित भाजपा के जिला अध्यक्ष इंद्रशरण सिंह चौहान व अन्य भाजपाइयो के द्वारा कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया है। जिसमे उल्लेख किया गया है कि सोन घडिय़ाल अभ्यारण्य घोषित है, फिर भी सोन घडिय़ाल क्षेत्र में माफिया एवं प्रशासन की सांठ-गांठ से अवैध उत्खनन अनवरत जारी है। प्रशासन माफिया गठजोड़ का ज्वलंत उदाहरण ११ एवं १२ फरवरी को सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो है, जिसे यूट्यूब पर भी अपलोड किया गया है, इस वीडियो में सीधी जिले के जिला कांग्रेस महामंत्री भानू पांडेय एसडीएम चुरहट राजेश मेहता, सोन घडिय़ाल के रेंजर व कांग्रेस के अन्य दो पदाधिकारी उपस्थित होकर पांच लाख कलेक्टर व पांच लाख रूपए मंत्री को देना स्वीकार किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त बातचीत मे इस गठजोड़ के द्वारा भ्रष्टाचार की स्वीकारोक्ति भी है। ज्ञापन सौंपकर इस वार्तालाप की गठजोड़ मे शामिल सभी लोगों के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की मांग की गई है।
कलेक्टर ने एसडीएम को हटाया-
मामला तूल पकड़ते देख कलेक्टर को एक्सन मोड़ मे आना पड़ा। उनके द्वारा आनन-फानन मे चुरहट उपखंड अधिकारी राजेश मेहता को कार्यालय मे अटैच कर दिया गया है। उनकी जगह उपखंड अधिकारी शैलेंद्र सिंह को चुरहट का प्रभार सौंपा गया है।
नेता प्रतिपक्ष ने किया ट्वीट-
इस वीडियो को लेकर नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव के द्वारा मुख्यमंत्री को ट्वीट किया गया है। जिसमें लिखा गया है कि रेत के खेल में माफिया और प्रशासन की गठजोड़ सिर्फ सीधी जिले नहीं पूरे प्रदेश मे है। मुख्यमंत्री बताएं कि ऐसे कितने जिलों केे एसडीएम कार्यालय दलाली का अड्डा बने हुए हैं। वीडियो में आप खुद देखे कि कांग्रेस नेता एसडीएम के साथ ठहाके लगाते हुए अवैध खनन के रेट बता रहे। यह गंभीर मामला है। मुख्यमंत्री कमलनाथ इसको संज्ञान मे लेकर जिलों से अवैध खनन के पांच-पांच लाख रूपए लेने वाले कलेक्टर व मंत्रियों की सूची जारी करेंं। नेता प्रतिपक्ष के ट्वीट करने के बाद मामला और भी गरमा गया है।
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