होमगार्ड की ड्यूटी टाइम टू टाइम, महीनों से नहीं नसीब हो रहा मानदेय
सीधीPublished: Dec 14, 2019 02:30:02 pm
होमगार्ड की ड्यूटी टाइम टू टाइम, महीनों से नहीं नसीब हो रहा मानदेय, परेशानियों से जूझ रहे जिले मे पदस्थ होमगार्ड के जवान, आवास व्यवस्था बदहाल, जिम्मेदार समस्याओं को नहीं ले रहे संज्ञान
परेशानियों से जूझ रहे जिले मे पदस्थ होमगार्ड के जवान
सीधी। साहब का फरमान जारी हुआ तो डंडा उठाकर ड्युटी के लिए चल दिए, कितने घंटे की ड्युटी करनी है इसका भी निर्धारण नहीं, पुलिस कर्मिंयो से कम ड्युटी नगर सैनिकों से नहीं ली जा रही है किंतु उन्हें सुविधाएं मुहैया कराना तो दूर मासिक बेतन भी समय से नहीं नसीब हो पा रहा है। विगत दो माह अर्थात अर्थात अक्टूवर व नंवबर का वेतन नगर सैनिको को नहीं मिल पाया है, जबकि दिसंबर का भी एक पखवाड़ा बीतने को है।
समस्याओं का आलम यह है कि केंद्र सरकार की ओर से मानदेय मे की गई बढोत्तरी भी उनके चेहरे पर रौनक नहीं ला पाई। होमगार्ड के जवान महीनों से मानदेय को तरस रहे हैं। जवानो को न तो रहने की समुचित व्यवस्था है और न ही अन्य सुविधाएं मुहैया हो पाई है। जर्जर भवनो मे रहने के बाद नवीन भवन का तो निर्माण कराया गया किंतु वह भी पर्याप्त नहीं है, जिससे उन्हें परेशानी के दौरा से गुजरना पड़ रहा है। कमरे मे बेड तो दूर बल्कि वे पेटियों मे लेटकर ठंड भरी रात काट रहे हैं।
झेल रहे आर्थिक तंगी-
बताया गया कि दीपावली त्यौहार पर भी नगर सैनिको को वेतन समय पर नहीं मिल पाया था। त्यौहार के बाद उन्हें बेतन नसीब हुआ। इधर अक्टूवर व नवंबर माह का वेतन उन्हें नहीं मिल पाया है। उन्हें एक-एक रूपए के लिए मोहताज होना पड़ रहा है। जबकि उनसे नियमित रूप से ड्युटी कराई जा रही है। होमगार्ड के जवानो को दिसंबर महीने मे भी निराशा हांथ लगी है।
बजट का अभाव बन रहा कारण-
होमगार्ड के कंपनी कमांडर ने बताया कि सभी विभागों के लिए सरकार के पास बजट है, मगर होमगार्ड के जवानो को मानदेय देने के लिए ऊपर से बजट के अभाव का हवाला दिया जा रहा है, जबकि हर विषम परिस्थितियों में होमगार्ड के जवानो का सहयोग लिया जा रहा है, लंबे समय से आवास व अन्य सुविधाओं के लिए सैनिक मोहताज हैं।
फैक्ट फाइल-
पद स्वीकृत पदस्थ
सैनिक २५६ २३८
लांस नायक २४ १७
नायक २४ २३
हवलदार ०८ ०८
व्हीपीसी ०२ ०२
हवलदार क्वाटर मास्टर०३ ०३
हवलदार मेजर ०३ ०३
कुल ३२० २९४
बजट के अभाव के कारण होमगार्ड जवानो को मानदेय नहीं मिल पाया है। बजट आने के बाद मानदेय जारी किया जाएगा। मानदेय न मिलने से सैनिको को आर्थिक परिस्थितियों का सामना करना पड़ रहा है।
एलबी कोल
डिस्ट्रिक कमांडर, होमगार्ड सीधी