असमय बारिश से खरीदी केंद्रों में सैकड़ों क्विंटल धान भीगी
सीधीPublished: Dec 14, 2019 08:17:23 pm
नहीं किए गए थे सुरक्षा के इंतजाम, रात भर रूक-रूक कर चलता रहा बारिश का दौर, बारिश से शहर की नालियां उफान पर, नालियों का कचरा सड़कों पर फैला, बारिश ने बढ़ाई ठंड, दिन भर आसमान मेें चलती रही सूरज की आंख मिचौली, रवी की फसलों के लिए वरदान सावित होगी बारिश
Hundreds of quintals of paddy soaked in procurement centers due to unt
सीधी। गुरूवार की देर शाम से जिले में शुरू हुआ बारिश का दौर रूक-रूक कर पूरी रात जारी रहा। असमय हुई झमाझम बारिश से जिले के धान खरीदी केंद्रों में रखी सैकड़ों क्ंिवटल धान भीग गई। दरअसल खरीदी केंद्रों में किसानों से क्रय की गई धान को रखने के इंतजाम नहीं किए गए थे, और पूरी धान खुले आसमान तले ही पड़ी हुई थी, लिहाजा जब गुरूवार की शाम बारिश का दौर शुरू हुआ तो खुले आसमान तले रखी धान भीगने लगी, इसके बाद भी जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा धान को सुरक्षित करने संबंधी किसी प्रकार के इंतजाम करना नहीं शुरू किया गया।
21 हजार 456 क्ंिवटल धान की हुई थी खरीदी-
धान खरीदी के लिए जिले भर में 25 उपार्जन केंद्र खोले गए हैं। इनमें से 11 खरीदी केंद्रों के पोर्टल माह भर बंद होने से धान की खरीदी नहीं हो सकी थी, जबकि 14 खरीदी केंद्रों में 600 किसानों से 21 हजार 456 क्विंटल धान की खरीदी प्रारंभ से अब तक हुई थी, जो कि ज्यादातर धान खरीदी केंद्रों मे ही खुले में रखी हुई थी, और पूरी धान बेमौसम बारिश के कारण भीग गई। जिले के तहसील मझौली अंचल में धान खरीदी केंद्रों मे धान भीगने की सूचना मिलने पर तहसीलदार मझौली ने भ्रमण कर जायजा लिया और धान को सुखाने के साथ ही खरीदी गई धान को सुरक्षित रखने के निर्देश दिए।
समदा फार्म में भी बारिश में भीगी धान-
बेमौसम बारिश के कारण कृषि प्रक्षेत्र समदा में खुले में रखी सैकड़ो क्विंटल धान भीग गई। यहां धान की बुवाई बीज तैयार करने के लिए की जाती है, जिसे बाद में समितियों के माध्यम से किसानों को बीज विक्रय किया जाता है, लेकिन यहां भी जिम्मेदारों की लापरवाही के कारण खुले में धान रखने से धान के बीज भीगकर खराब हो गए।
बारिश से शहर की नालियां उफान पर, नालियों का कचरा सड़कों पर फैला-
गुरूवार की रात जिले सहित शहर में हुई बारिश के कारण पानी से शहर की सड़के लवालब हो गई थी, वहीं कई मुहल्लों में कचरे से पटी नालियां बारिश के बाद उफान पर आ गई, और नालियों का कचरा सड़कों पर फैल गया, जिससे स्थानीय लोगों को दुर्गंध के कारण परेशान होना पड़ा।
बारिश ने बढ़ाई ठंड, दिन भर आसमान मेें चलती रही सूरज की आंख मिचौली-
गुरूवार को दिन भर आसमान में बादल छाए रहने के बाद देर रात से बारिश का दौर शुरू हो गया, जो रूक रूक कर पूरी रात चलता रहा। इस बारिश के बाद ठंड में इजाफा हो गया है, वहीं शुक्रवार को दिन भर आसमान में बादल छाए रहे और सूरज आंख मिचौली खेलते रहे। हलांकि यह बारिश किसानों के वरदान मानी जा रही है, इससे रवी की फसलों को फायदा होगा।