अधेड़ की मौत पर परिजनों ने लगाया हत्या का आरोप, सड़क में शव रखकर किया चक्काजाम
सीधीPublished: Jul 12, 2019 08:38:35 pm
साढ़े तीन घंटे तक बंद रहा मझौली-मड़वास सड़क मार्ग, विशेष जांच टीम द्वारा शव परीक्षण एवं मामले की जांच की कर रहे थे मांग, नगर निरीक्षक व जनप्रतिनिधियों की समझाइस पर माने परिजन
सीधी। जिले के पुलिस थाना मझौली अंतर्गत ग्राम टेकर में 11 जुलाई गुरूवार की शाम करीब 6 बजे शिवप्रसाद पिता राम खेलावन गुप्ता 40 वर्ष निवासी टेकर की मौत को लेकर परिजनों द्वारा शुक्रवार की सुबह सीएचसी मझौली के सामने जमकर हंगामा किया गया। परिजनों द्वारा सीएचसी मझौली के सामने मझौली-मड़वास मार्ग में बीच सड़क पर शव रखकर चक्काजाम कर दिया, जिससे करीब साढ़े तीन घंटे आवागवन बाधित रहा। बाद में नगर निरीक्षक मझौली व स्थानीय जनप्रतिनिधियों की समझाइस के बाद मृतक के परिजन माने, तब कहीं जाकर जाम समाप्त हो पाया।
बताते चलें कि टेकर निवासी शिवप्रसाद पिता राम खेलावन गुप्ता की मौत को प्रथम दृष्टया पुलिस द्वारा मौत का कारण करंट लगना बताया जा रहा था, जबकि परिजनों के द्वारा हत्या किए जाने का आरोप लगाते हुए पुलिस पर हीलाहवाली का आरोप लगा रहे थे। 12 जुलाई की सुबह मझौली सामुदायिक स्वास्थ्य कंेद्र के सामने त्वरित कार्रवाई के लिए विशेष जांच टीम द्वारा शव परीक्षण एवं पूरे मामले की जांच कार्रवाई हेतु मांग करते हुए सुबह 7.30 बजे से 11 बजे तक शव को सड़क में रखकर आक्रोश प्रकट किए जिससे लगभग साढ़े तीन घंटे के लिए आवागमन भी बाधित हुआ, मृतक के परिजनों का कहना था कि उसी गांव का निवासी नागेंद्र तिवारी उर्फ छोटई पिता भैयालाल तिवारी पंप निकलवाने के लिए मृतक को उसके घर से बुला कर ले गया था, और कुछ देर बाद उसी के घर में मृतक को तखत में लेटा हुआ मृत अवस्था में पाया गया। फिर भी नागेंद्र तिवारी व उनके परिजनों द्वारा करंट लगने का हवाला देकर मझौली अस्पताल लाया गया जबकि उसके परिजनों को इसकी जानकारी नहीं दी गई और मामले को दूसरा रूप देने का असफल प्रयास किया गया। जिससे हत्या की आशंका जाहिर करते हुए मृतक के परिजनों द्वारा आक्रोश प्रकट किया गया कि साजिश के तहत हत्या की गई है, जिस कारण आरोपी को शीघ्र सलाखों के पीछे भेजा जाए। नगर निरीक्षक राघवेंद्र द्विवेदी द्वारा परिजनों को आश्वासन दिया गया कि उनके मांग के अनुसार शव परीक्षण एवं जांच कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए जिला अधिकारी से बात कर ली गई है, लगभग साढ़े तीन घंटे की समझाइस के बाद परिजन शव परीक्षण को सहमत हुए।
जाम के कारण परेशान रहे लोग-
मृतक के परिजनों द्वारा तीन घंटे से अधिक समय तक सड़क में शव रखकर विरोध प्रदर्शन करने से मझौली-मड़वास मार्ग बाधित रहा, जिससे लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। इस दौरान सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर बड़ी संख्या में पुलिस बल मौजूद रहा।
…………मेरे पिताजी को साजिश के तहत घर में बुलाकर हत्या की गई है, क्योंकि जब मैं नागेंद्र तिवारी से पूंछने गई तो बोले कि कुछ देर बाद तुम्हारे पिता का शव तुमको मिल जाएगा और ठीक वही हुआ। इसलिए आरोपियों को कानून के हवाले किया जाना चाहिए।
देववती गुप्ता, मृतक की बेटी
……..मृतक के परिजनों का आरोप है कि हत्या की गई है, इसलिए विशेष जांच टीम से शव परीक्षण और मामले की जांच कराई जाए, जिसके लिए टीम आ रही है। प्रथम दृष्टया नागेंद्र तिवारी की गलती दिख रही है, जिस कारण मृतक के परिजन आक्रोशित थे और शव को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मझौली के सामने रखकर आक्रोश प्रकट किए हैं, समझाइस पर सभी मान गए थे, शव परीक्षण व पीएम रिपोर्ट के बाद ही मौत की असली वजह पता चल पाएगी।
राघवेंद्र द्विवेदी, नगर निरीक्षक थाना मझौली