बहरी थाना अंतर्गत झोलू टोला पोखरा निवासी बुद्धिमान पठारी पिता छोटेलाल पठारी (22) का जमीनी विवाद गांव के ही लोगों से चल रहा था। 10 जुलाई की रात करीब 11 बजे इसी बात को लेकर मंगल पठारी, रामप्रसाद पठारी, पुष्पराज पठारी, वंशबहादुर गोंड़, लक्षिमन गोंड़ एक राय होकर बुद्धिमान के घर पहुंचे और गाली-गलौज करते हुए हत्या की धमकी देेने लगे। जिसकी रिपोर्ट लिखाने के लिए बुद्धिमान परिजनों के साथ 11 जुलाई को बहरी थाना गया था। वह बस से लौट रहा था।
रात करीब 9 बजे पोखरा चौराहे पर उतरकर घर के लिए चल दिए। तभी यहां पहले से घात लगाए आरोपी इनका पीछा करते हुए घर तक पहुंच गए। घर के समीप ही उन्होंने लाठी-डंडे से बुद्धिमान और उसके पिता छोटेलाल पठारी (55), मां, भाई राजा पठारी (16), रन्नू पठारी (40) पर हमला कर दिया। हमले में राजा को गंभीर आंतरिक चोटे आई थीं। जबकि अन्य लोग भी घायल हो गए थे। घटना के बाद सभी घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां राजा पठारी ने दोपहर करीब 12.30 बजे दम तोड़ दिया।
जिला अस्पताल में उपचार के दौरान राजा की मौत से परिजन आक्रोशित हो उठे। गुरुवार दोपहर उन्होंने पोस्टमार्टम कराने के बजाय शव को अस्पताल चौक स्थित सड़क पर रखकर आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए चक्काजाम कर दिया। इसकी खबर मिलते ही गोपद बनास एसडीएम शैलेंद्र सिंह, डीएसपी अमर सिंह, एसडीओपी शैलेंद्र श्रीवास्तव, कोतवाली थाना प्रभारी अभिषेक परिहार, पुलिस लाइन से टीआई एसपी शुक्ला पुलिस दल के साथ मौके पर पहुंचे और आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी का आश्वासन देकर परिजनों को शांत कराया।