विभागीय अधिकारियों की माने तो जिले में करीब ढाई लाख महुआ फूल के संग्राहक पंजीकृत किये गए हैं, तेंदूपत्ता संग्रहण कार्डधारी उसी कार्ड से महुआ फूल की बिक्री निर्धारित फणों पर कर सकते हैं। बताया गया कि महुआ फूल खरीदी के लिए जिले में करीब 650 फण (खरीदी केंद्र) बनाये गए हैं, जिससे संग्राहकों महुआ फूल की बिक्री के लिए ज्यादा दूरी तय करने में परेशानी न उठाना पड़े। फणों के माध्यम से सरकार द्वारा महुआ फूल की खरीदी की जाएगी, इसके बाद उसका विक्रय किया जाएगा, और विक्रय में लाभांस के आधार पर तेंदूपत्ता बोनस की तरह महुआ फूल का भी बोनस वितरित किया जाएगा।
बिचौलियों पर भी होगी कार्रवाई
महुआ फूल खरीदी के लिए ग्रामीण अंचलों में सक्रिय बिचौलिये पर कार्रवाई की जाएगी। वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि महुआ फूल खरीदी के लिए जैव विविधता बोर्ड से पंजीयन किया जाना अनिवार्य है। बिना पंजीयन के महुआ फूल खरीदी करने के वालों के विरूद्ध वन विभाग द्वारा कार्रवाई भी शुरू कर दी गई है, जिला मुख्यालय में करीब नौ ऐसे व्यापारियों के विरूद्ध कार्रवाई की जा चुकी है जो बिना पंजीयन के महुआ फूल की खरीदी कर रहे थे।
3 दर्जन लघुवनोपज की होगी खरीदी
वन विभाग द्वारा बनाये गए खरीदी केंद्रों में तीन दर्जन लघु वनोपजों की खरीदी की जाएगी। प्राथमिक वनोपज सहकारी समितियों एवं वन धन केंद्रों को खरीदी केंद्र के रूप में निर्धारित किया गया है। लघु वनोपज संग्रहण करने वाले किसानों को उक्त खरीदी केंद्रों केंद्रों में ही लघु वनोपज विक्रय करने की अपील की जा रही है। लघु वनोपज में महुआ फूल, फल, चार, चिरौंजी जैसे 36 प्रकार के लघु वनोपज शामिल हैं।
यह भी पढ़ें : नाश्ता करते ही बिगड़ी 15 बच्चों की तबियत, किसी को लगी लू तो किसी को हुई घबराहट
महुआ फूल संग्रहण के लिए जिले में 650 फण निर्धारित किये गए हैं, जहां न्यूनतम समर्थन मूल्य 36 रुपये प्रति किग्रा महुआ फूल की खरीदी की जा रही है। यहां महुआ फूल विक्रय करने पर बोनस राशि भी प्राप्त होगी। संग्राहक बिचौलिये से बचें, केंद्रों में विक्रय करें।
-क्षितिज कुमार, वनमंडलाधिकारी सीधी