हर दिन बदल रहा मौषम का मिजाज, जरा सी असावधानी कर सकती है बीमार!
सीधीPublished: Jun 15, 2019 08:48:17 pm
मौषम के बदले मिजाज से बढ़ा हीट स्ट्रोक का खतरा, कड़ी धूप, अचानक बारिस, मौषम का उतार चढ़ाव कर सकता है बीमार, कभी धूप तो कभी बादल के कारण उमस भरी गर्मी ने किया बेहाल
सीधी। वर्तमान समय मे मौषम मे चल रहे उतार चढ़ाव ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी है। कभी तेज धूप तो कभी अचानक आसमान मे बादल छा जाने व छुट-पुट बारिश का दौर शुरू हो जाने के बाद बदलते मौषम के मिजाज ने लोगों की परेशानियां बढ़ा दी है। इन दिनों का आलम यह है कि दिन भर मे मौषम कितनी बार करवट बदलेगा इसका किसी को अंदाजा नहीं रहता, झुलसा देने वाली कड़ी धूप के बाद अचानक आसमान मे बादल छा जाना पिछले करीब एक सप्ताह से आम बात हो गई है। शनिवार के मौषम की बात करें तो शहर में सुबह आसमान में बाद छाए हुए थे, दोपहर होते-होते अचानक तेज धूप खिल गई, कुछ घंटों की धूप के बाद पुन: आसमान मे बादल छा गए और बारिश होने लगी। इसके बाद कभी धूप तो कभी बादल छाते रहे। मौषम के बदले इस मिजाज से हीट स्ट्रोक का खतरा बढ़ गया है। जानकारों का कहना है कि ऐसे मौषम में थोड़ी सी लापरवाही सेहत पर भारी पड़ सकती है। विशेषकर बच्चों व बुजुर्गों के लिए मौषम का यह मिजाज खतरनाक साबित हो सकता है।
पिछले करीब एक सप्ताह से मौषम मे चल रहे उतार चढ़ाव से प्रतिदिन तापमान में गिरावट व बढ़ोत्तरी हो रही है। मौषम कभी बेहद गर्म हो जाता है तो कभी बारिश होने के बाद मौषम में ठंडक घुल जाती है, लेकिन उमस भरी गर्मी ने लोगों को बेहाल कर दिया है। इधर मौषम का यह उतार चढ़ाव लोगों को मुसीबत मे भी डाल सकता है। क्योंकि तापमान का घटता-बढ़ता क्रम शरीर पर विपरीत प्रभाव डाल सकता है। विशेषज्ञ कहते हैं कि गर्मी में शरीर से पसीना आना अच्छी बात है, पसीना आना बंद होना हीट स्ट्रोक का लक्षण हो सकता है। हीट स्ट्रोक से बचाव के लिए लोगों को धूप मे जाने से परहेज करना चाहिए, और ज्यादा से ज्यादा पानी पीना चाहिए। तापमान ४२ डिग्री सेल्सियस से ज्यादा होने पर अधिक देर तक धूप में रहने से हीट स्ट्रोक की आशंका रहती है। हीट स्ट्रोक का असर लीवर, किडनी व हृदय पर भी पड़ सकता है। ऐसे मे यह जानलेवा साबित हो सकता है। इसलिए बचाव जारी है।
प्रतिदिन तापमान में हो रहा बदलाव-
पिछले करीब एक सप्ताह से मौषम मे प्रतिदिन उतार-चढ़ाव का दौर चल रहा है। मौषम विभाग के आंकड़ो पर नजर दौड़ाएं तो बारिश के बाद तापमान में तो गिरावट आ गई है, लेकिन उमश भरी गर्मी ने लोगों को बेहाल कर दिया है। पिछले चार दिनों के आंकड़ों पर नजर दौड़ाएं तो प्रतिदिन के तापमान में एक डिग्री सेल्सियस का बदलाव देखने को मिला है। बता दें कि 12 जून को जहां जिले का औषत अधिकतम तापमान 44.4 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम तापमान 31.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था, वहीं 13 जून को जिले का औसत अधिकतम तापमान 41.8 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम तापमान 27.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। इसी प्रकार 14 जून को अधिकतम 41.8 एवं न्यूनतम 27.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। जबकि 15 जून को अधिकतम तापमान 42.2 एवं न्यूनतम तापमान 29.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है।
दो दिन में 2.6 मिमी हुई बारिश-
पिछले करीब एक सप्ताह से जिले में चल रहे मौषम में उतार चढ़ाव के साथ ही छिट-पुट बारिश का दौर भी शुरू हो गया है। जिला मुख्यालय की बात करें तो यहां दो दिनों में 2.6 मिमी औषत वर्षा दर्ज की गई है, जिसमें 13 जून को 1.4 मिमी तथा 15 जून को 1.2 मिमी औषत वर्षा हुई।
इस तरह तापमान मे आई गिरावट-
दिनांक -तापमान न्यूनतम -तापमान अधिकतम
10 जून -45.8- 29.6
11 जून -46.2- 30.2
12 जून -44.4- 31.8
13 जून -41.8- 27.8
14 जून -41.8- 27.4
15 जून-42.2- 29.8