विजयवर्गीय ने कहा, विरोध स्वरूप काले झंडे दिखाने की पुरानी परंपरा है, लेकिन मुख्यमंत्री के रथ पर पत्थर फिंकवाना कांग्रेस का कायराना कृत्य है। पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह के ऐसे संस्कार नहीं थे, जो उनके पुत्र प्रदर्शित कर रहे हैं। प्रदेश में कहीं भी मुख्यमंत्री के रथ पर पत्थरवाजी नहीं हुई, लेकिन जैसे ही उनके विधानसभा क्षेत्र में सीएम का रथ पहुंचा, पत्थरवाजी शुरू हो गई। सीधी की सभा में उन पर चप्पल उछलवाई गई। इससे मुख्यमंत्री का कुछ नहीं बिगडऩे वाला है, बल्कि चुरहट की जनता आपका चाल-चरित्र जान चुकी है। जो विधानसभा चुनाव में जवाब देने के लिए तैयार है। इस गंदी राजनीति के बाद भी सीएम शिवराज सिंह ने चुरहट में आईटीआई कॉलेज संचालित करने की घोषणा की है।
सम्मेलन में कैलाश विजयवर्गीय के अलावा प्रमुख रूप से भाजपा जिला अध्यक्ष राजेश मिश्रा, राज्ससभा सांसद अजय प्रताप सिंह, प्रदेश मंत्री शरदेंदु तिवारी, पूर्व सांसद गोविंद मिश्रा, संभागीय संगठन मंत्री जितेंद्र लटोरिया, विविप्रा अध्यक्ष सुभाष सिंह सहित अन्य भाजपाई उपस्थित रहे।
आगामी विधानसभा चुनाव मे चुरहट सीट पर भाजपा का प्रत्याशी कौन रहेगा। इस सवाल के जवाब में विजयवर्गीय ने बताया कि जो पूर्व में भाजपा का चेहरा था, वही इस बार भी रहेगा। उनके बयान से अटकलें लगाई जा रही हैं कि चुरहट में फिर शरदेंदु तिवारी ही भाजपा के प्रत्याशी होंगे।