मुख्यमंत्री चौहान ने बताया है कि गत वर्ष केंद्र सरकार से इस अवधि तक 3.08 लाख मीट्रिक टन यूरिया मिला था, जबकि इस वर्ष अभी तक 6.09 लाख मीट्रिक टन यूरिया प्राप्त हो गया है। ऐसे में अब यूरिया की किल्लत नहीं है। लिहाजा अब अधिकारियों की जिम्मेदारी बनती है कि हर किसान को उसके जरूरत व मांग के मुताबिक यूरिया उपलब्ध हो।
मुख्यमंत्री चौहान ने प्रदेश में यूरिया की उपलब्धता और वितरण की समीक्षा के दौरान ये बातें कहीं। समीक्षा बैठक में मुख्य सचिव इकबाल सिंह बैंस, कृषि उत्पादन आयुक्त के.के. सिंह, प्रमुख सचिव अजीत केसरी, प्रमुख सचिव फैज अहमद किदवई, प्रबंध संचालक मार्कफेड पी. नरहरि आदि उपस्थित थे।