जारी दिशा-निर्देशों में कहा गया है कि पशु चिकित्सा विभाग के जिला कार्यालय में कंट्रोल रूम की स्थापना के साथ ही पीपीई किट की उपलब्धता सुनिश्चित की जाय। सेंपल एकत्रीकरण और डिस्पोजल के समय विभागीय अमला अनिवार्य रूप से पीपीई किट पहने। जिलों में तैनात पशु चिकित्सा विभाग के उप संचालक प्रतिदिन संचालनालय पशुपालन भोपाल को निर्धारित फारमेट में रिर्पोटिंग करेंगे। मुर्गियों, कौवों और प्रवासी पक्षियों आदि की असामान्य मृत्यु- बीमारी की सूचना मिलते ही उस स्थान को तुरंत सेनेटाईज कराएं।
एडवाइजरी में कहा गया है कि जिलों में रैपिड रिस्पांस टीम का गठन किया जाए। कोई प्रकरण मिलने की स्थिति में यह दल केंद्र और राज्य सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए त्वरित कार्रवाई करेगा। सभी जिलों को पोल्ट्री, पोल्ट्री उत्पाद बाजार, जलाशयों आदि पर विशेष निगरानी और सतर्कता बरतने के निर्देश भी दिए गए हैं।
कलेक्टरों से कहा गया है कि कुक्कुट पालक और जनसामान्य को बर्ड फ्लू रोग से बचाव की जानकारी अभियान चलाकर दें। पशुपालन विभाग और अन्य समन्वयक विभाग जिले में संपूर्ण सतर्कता और सावधानी सुनिश्चित करें। जिले में भ्रमण के दौरान पक्षियों की बीमारी और मृत्यु की जानकारी पर तुरंत कार्रवाई करते हुए जानाकारी भोपाल भेजें।
राज्य स्तर पर तकनीकी मार्गदर्शन और सूचना के आदान-प्रदान के लिए राज्य पशु रोग अनुसंधान प्रयोगशाला भोपाल में बर्ड फ्लू कंट्रोल रूम बनाया गया है। इसका दूरभाष क्रमांक-0755-2767583 है। साथ ही संचालनालय पशुपालन विभाग में भी एक कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है जिसका दूरभाष क्र. 0755-2270279 है।