शासकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय की क्लास रूम भरा पानी
लिहाजा खुले मौसम में बच्चों को बाहर बैठाते हैं। बारिश होने पर प्राथमिक शाला के सभी बच्चों को एक साथ बैठाया जाता है। विद्यालय में 1 से 8 तक मे 150 बच्चे दर्ज हैं। इससे पढ़ाई में व्यवधान पैदा होता है। बताया कि यही हाल किचन शेड का भी है। पूरे किचन में पानी भर जाता है और मलवा रसोइयों के सिर पर गिरता है। प्रजापति ने बताया कि ऐसे हालात पहली बार नहीं बने हैं तीन बर्षों से यही हाल है। लेकिन इंजीनियर आते हैं देखकर चले जाते हैं। पर होता कुछ नहीं है।
लिहाजा खुले मौसम में बच्चों को बाहर बैठाते हैं। बारिश होने पर प्राथमिक शाला के सभी बच्चों को एक साथ बैठाया जाता है। विद्यालय में 1 से 8 तक मे 150 बच्चे दर्ज हैं। इससे पढ़ाई में व्यवधान पैदा होता है। बताया कि यही हाल किचन शेड का भी है। पूरे किचन में पानी भर जाता है और मलवा रसोइयों के सिर पर गिरता है। प्रजापति ने बताया कि ऐसे हालात पहली बार नहीं बने हैं तीन बर्षों से यही हाल है। लेकिन इंजीनियर आते हैं देखकर चले जाते हैं। पर होता कुछ नहीं है।
8 साल में अधूरे कक्ष
प्रधानाध्यापक ने बताया, हेडमास्टर कक्ष, अतिरिक्त कक्ष और किचन शेड का निर्माण आठ साल पहले शुरू किया गया था, लेकिन आज तक पूरा नहीं हो पाया। भवनों में लगे खिड़की-दरवाजे असामाजिक तत्व उखाड़ ले गए। निर्माणाधीन भवन उपयोग के बिना ही भवन छतिग्रस्त होने लगा।
प्रधानाध्यापक ने बताया, हेडमास्टर कक्ष, अतिरिक्त कक्ष और किचन शेड का निर्माण आठ साल पहले शुरू किया गया था, लेकिन आज तक पूरा नहीं हो पाया। भवनों में लगे खिड़की-दरवाजे असामाजिक तत्व उखाड़ ले गए। निर्माणाधीन भवन उपयोग के बिना ही भवन छतिग्रस्त होने लगा।
शराब की बोतल
विद्यालय परिसर की बाउंड्रीवाल भी अधूरी है। इस कारण असामाजिक तत्व अंदर बैठकर नशा करते हैं और बोतल फेंक कर चले जाते हंै। हर साल पौधरोपण भी किया जाता है, लेकिन एक भी पौधा तैयार नहीं हुआ। खिड़की, दरवाजे भी उखाड़ लिए गए, जिसकी शिकायत भी पुलिस में की जा चुकी है।
विद्यालय परिसर की बाउंड्रीवाल भी अधूरी है। इस कारण असामाजिक तत्व अंदर बैठकर नशा करते हैं और बोतल फेंक कर चले जाते हंै। हर साल पौधरोपण भी किया जाता है, लेकिन एक भी पौधा तैयार नहीं हुआ। खिड़की, दरवाजे भी उखाड़ लिए गए, जिसकी शिकायत भी पुलिस में की जा चुकी है।
चबूतरे पर बैठकर पढ़ाई करते हैं बच्चे
खजुरिहा शासकीय माध्यमिक शाला के प्राधानाध्यापक पीडी प्रजापति ने बताया कि विद्यालय भवन व किचन शेड की छत जर्जर है। कमरों में पानी भर जाता है। बच्चे परेशान होते हैं। विद्यालय के निर्माणाधीन भवन अधूरे पड़ेे हैं। हमारे द्वारा सभी समस्याओं से वरिष्ठ कार्यालय को अवगत करा दिया जाता है। लेकिन समस्या जस की तस बनी है।
खजुरिहा शासकीय माध्यमिक शाला के प्राधानाध्यापक पीडी प्रजापति ने बताया कि विद्यालय भवन व किचन शेड की छत जर्जर है। कमरों में पानी भर जाता है। बच्चे परेशान होते हैं। विद्यालय के निर्माणाधीन भवन अधूरे पड़ेे हैं। हमारे द्वारा सभी समस्याओं से वरिष्ठ कार्यालय को अवगत करा दिया जाता है। लेकिन समस्या जस की तस बनी है।