ये है मामला
बीते चार अगस्त को हाथियों का झुंड कुसमी जनपद के कुंदौर में पहुंचा था। 4 व 5 की दरम्यानी रात वहां उत्पात मचाया। जिसके कुंदौर सहित पोड़ी, करौंटी, अमगांव, मेढ़की, झपरी, शंकरपुर, परासी, ओड़इसा, चरकी, माटा, नौढिय़ा, घोघी, रतवार, दूबीडोल के आधा सैकड़ा घरों का क्षतिग्रस्त कर दिया। एक वृद्ध को पटककर छाती में पैर रख दिया था, जिससे उसकी मौत हो गई थी। वहीं हाथियों के हमले से एक युवक गंभीर रूप से घायल हो गया था। एक सप्ताह से ये मझौली के नौढिय़ा व शहडोल के सीमावर्ती गांवों में तबाही मचा रहे हैं।
बीते चार अगस्त को हाथियों का झुंड कुसमी जनपद के कुंदौर में पहुंचा था। 4 व 5 की दरम्यानी रात वहां उत्पात मचाया। जिसके कुंदौर सहित पोड़ी, करौंटी, अमगांव, मेढ़की, झपरी, शंकरपुर, परासी, ओड़इसा, चरकी, माटा, नौढिय़ा, घोघी, रतवार, दूबीडोल के आधा सैकड़ा घरों का क्षतिग्रस्त कर दिया। एक वृद्ध को पटककर छाती में पैर रख दिया था, जिससे उसकी मौत हो गई थी। वहीं हाथियों के हमले से एक युवक गंभीर रूप से घायल हो गया था। एक सप्ताह से ये मझौली के नौढिय़ा व शहडोल के सीमावर्ती गांवों में तबाही मचा रहे हैं।
बारिश के चलते रेस्क्यू ऑपरेशन स्थगित
प्रशिक्षित हाथियों के साथ कर्नाटक की एक्सपर्ट टीम के साथ संजय टाइगर और बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के दल ने शुक्रवार को दिनभर रेस्क्यू करते रहे। लेकिन बारिश की वजह से उन्हें सफलता नहीं मिली। बताया गया, हाथियों का झुंड घोघी, रतवार, शंकरपुर के घने जंगलों में होने के कारण उनका टैंकुलाइज नहीं किया जा सका। टीम को मौसम साफ होने का इंतजार है। तब तक के लिए रेस्क्यू आपरेशन स्थिगित कर दिया गया। रेस्क्यू टीम के साथ ही रेस्क्यू में शामिल हाथी भी घोघी गांव में डेरा जमाए हुए थे। इधर, बिगड़ैल जंगली हांथियों ने एक की जान ले ली।
प्रशिक्षित हाथियों के साथ कर्नाटक की एक्सपर्ट टीम के साथ संजय टाइगर और बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के दल ने शुक्रवार को दिनभर रेस्क्यू करते रहे। लेकिन बारिश की वजह से उन्हें सफलता नहीं मिली। बताया गया, हाथियों का झुंड घोघी, रतवार, शंकरपुर के घने जंगलों में होने के कारण उनका टैंकुलाइज नहीं किया जा सका। टीम को मौसम साफ होने का इंतजार है। तब तक के लिए रेस्क्यू आपरेशन स्थिगित कर दिया गया। रेस्क्यू टीम के साथ ही रेस्क्यू में शामिल हाथी भी घोघी गांव में डेरा जमाए हुए थे। इधर, बिगड़ैल जंगली हांथियों ने एक की जान ले ली।
शंकरपुर अमहाई के जंगल में एक युवक का शव मिला है। परिजनों के अनुसार, वह मवेशी चराने के लिए जंगल में गया था। जहां हाथियों ने हमला कर मौत के घाट उतार दिया है। प्रथम दृष्टया मौत का कारण हाथियों का हमला ही प्रतीत हो रहा है। फिलहाल, पंचनामा उपरांत मर्ग कायम कर शव पीएम के लिए भेज दिया है। पीएम रिपोर्ट व विवेचना के बाद ही मौत की असली वजह स्पष्ट हो पाएगी।
गौरव नेमा, प्रभारी, पुलिस चौकी खड्डी
गौरव नेमा, प्रभारी, पुलिस चौकी खड्डी