scriptMP में हाथियों का कहर: हाथियों के कुचलने से फिर एक चरवाहे की मौत, 15 घंटे बाद जंगल में मिला शव | one die in sidhi herd of elephant attack | Patrika News

MP में हाथियों का कहर: हाथियों के कुचलने से फिर एक चरवाहे की मौत, 15 घंटे बाद जंगल में मिला शव

locationसीधीPublished: Sep 09, 2018 06:35:08 pm

Submitted by:

suresh mishra

खड्डी चौकी क्षेत्र के शंकरपुर अमहाई का मामला, पुलिस ने मौका मुआयना कर शुरू की विवेचना

one die in sidhi herd of elephant attack

one die in sidhi herd of elephant attack

सीधी। कुसमी अंचल में बीते एक महीने से आतंक का पर्याय बने हाथियों ने शुक्रवार को एक युवक की जान ले ली। इससे पहले वे शहडोल जिले के देवलोंद क्षेत्र में भी युवकी को मौत के घाट उतार चुके हैं। बताया गया कि खड्डी पुलिस चौकी अंतर्गत देवरछ निवासी रामनिरंजन वैश्य पिता लक्ष्मीदीन (38) की शुक्रवार दोपहर साथी रमेश पिता लक्ष्मण वैश्य के साथ शंकरपुर के जंगल मवेशी चराने गया था। शाम करीब 6 बजे हाथियों की चहलकदमी बढ़ी तो दोनों भाग खड़े हुए। लेकिन रामनिरंजन घर नहीं पहुंचा। परिजन रातभर उसे गांव में ढूंढ़ते रहे। सुबह होने पर जंगल पहुंचे तो शंकरपुर अमहाई के पास उसका शव पड़ा मिला। घटना स्थल के आसपास हाथियों के पदचिह्न भी मिले हैं। चौकी प्रभारी गौरव नेमा का कहना है कि प्रथम दृष्ट्या मौत हाथियों के हमले से ही प्रतीत हो रही है। पीएम रिपोर्ट व विवेचना के बाद वजह स्पष्ट हो पाएगी।
ये है मामला
बीते चार अगस्त को हाथियों का झुंड कुसमी जनपद के कुंदौर में पहुंचा था। 4 व 5 की दरम्यानी रात वहां उत्पात मचाया। जिसके कुंदौर सहित पोड़ी, करौंटी, अमगांव, मेढ़की, झपरी, शंकरपुर, परासी, ओड़इसा, चरकी, माटा, नौढिय़ा, घोघी, रतवार, दूबीडोल के आधा सैकड़ा घरों का क्षतिग्रस्त कर दिया। एक वृद्ध को पटककर छाती में पैर रख दिया था, जिससे उसकी मौत हो गई थी। वहीं हाथियों के हमले से एक युवक गंभीर रूप से घायल हो गया था। एक सप्ताह से ये मझौली के नौढिय़ा व शहडोल के सीमावर्ती गांवों में तबाही मचा रहे हैं।
बारिश के चलते रेस्क्यू ऑपरेशन स्थगित
प्रशिक्षित हाथियों के साथ कर्नाटक की एक्सपर्ट टीम के साथ संजय टाइगर और बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व के दल ने शुक्रवार को दिनभर रेस्क्यू करते रहे। लेकिन बारिश की वजह से उन्हें सफलता नहीं मिली। बताया गया, हाथियों का झुंड घोघी, रतवार, शंकरपुर के घने जंगलों में होने के कारण उनका टैंकुलाइज नहीं किया जा सका। टीम को मौसम साफ होने का इंतजार है। तब तक के लिए रेस्क्यू आपरेशन स्थिगित कर दिया गया। रेस्क्यू टीम के साथ ही रेस्क्यू में शामिल हाथी भी घोघी गांव में डेरा जमाए हुए थे। इधर, बिगड़ैल जंगली हांथियों ने एक की जान ले ली।
शंकरपुर अमहाई के जंगल में एक युवक का शव मिला है। परिजनों के अनुसार, वह मवेशी चराने के लिए जंगल में गया था। जहां हाथियों ने हमला कर मौत के घाट उतार दिया है। प्रथम दृष्टया मौत का कारण हाथियों का हमला ही प्रतीत हो रहा है। फिलहाल, पंचनामा उपरांत मर्ग कायम कर शव पीएम के लिए भेज दिया है। पीएम रिपोर्ट व विवेचना के बाद ही मौत की असली वजह स्पष्ट हो पाएगी।
गौरव नेमा, प्रभारी, पुलिस चौकी खड्डी
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