बनने लगी है विवाद की स्थिति
जिले के दूरस्थ कुसमी अंचल में नेटवर्क की समस्या के कारण जब में सर्वर नहीं आता तो विक्रेता पात्र हितग्राहियों को खाद्यान्न उपलब्ध नहीं कर पाते। कई बार ग्रामीण उपभोक्ताओं को दुकान का कई बार चक्कर लगाना पड़ता है, जहां गांव के उपभोक्ता दुकान में खाद्यान्न की उपलब्धता देखते हैं, लेकिन जब विक्रेता द्वारा खाद्यान्न उपलब्ध कराने में सर्वर की समस्या बताई जाती है तो वह विवाद पर उतारू हो जाते हैं, वह न तो सर्वर की समस्या समझते और न इस शासन की इस नई नीति को, उन्हें तो बस यह लगता है कि विक्रेता जान बूझकर खाद्यान्न उपलब्ध नहीं करा रहा ताकि वह उसकी कालाबाजारी कर सके।
जिले के दूरस्थ कुसमी अंचल में नेटवर्क की समस्या के कारण जब में सर्वर नहीं आता तो विक्रेता पात्र हितग्राहियों को खाद्यान्न उपलब्ध नहीं कर पाते। कई बार ग्रामीण उपभोक्ताओं को दुकान का कई बार चक्कर लगाना पड़ता है, जहां गांव के उपभोक्ता दुकान में खाद्यान्न की उपलब्धता देखते हैं, लेकिन जब विक्रेता द्वारा खाद्यान्न उपलब्ध कराने में सर्वर की समस्या बताई जाती है तो वह विवाद पर उतारू हो जाते हैं, वह न तो सर्वर की समस्या समझते और न इस शासन की इस नई नीति को, उन्हें तो बस यह लगता है कि विक्रेता जान बूझकर खाद्यान्न उपलब्ध नहीं करा रहा ताकि वह उसकी कालाबाजारी कर सके।
भुईमाड़ में लगातार बनी हुई है समस्या
ग्राम पंचायत भुईमाड़ के शासकीय उचित मूल्य की दुकान में बीते कई दिनों से सर्वर की समस्या बनी हुई है। यहां प्रतिदिन दुकान खुल रही है, विक्रेता बैठ रहे हैं, उपभोक्ताओं की खाद्यान्न लेने के लिए अच्छी खासी भीड़ भी जमा होती है, लेकिन सर्वर की समस्या से खाद्यान्न का वितरण नहीं हो पा रहा है। इतना ही नहीं इस समय धान रोपाई का समय है और सभी किसान अपने धान रोपाई को छोड़कर सुबह से खाद्यान्न लेने शासकीय उचित मूल्य की दुकान में पहुंच जाते हैं और देखते हैं कि दुकान खुला है तो खाद्यान मिलेगा ही मिलेगा, लेकिन विक्रेता द्वारा बता दिया जाता कि सर्वर ही नहीं तो नहीं मिलेगा, तब बेचारे गरीब दिनभर दुकान पर ही बैठे रहते हैं और जब 5 बजे तक खाद्यान नहीं मिलता तो निराश होकर वापस घर को लौट जाते हंै। भुईमाड़ सहित अंचल की ज्यादातर दुकानों में कुछ इसी प्रकार की समस्या से पात्र हितग्राही जूझ रहे हैं।
ग्राम पंचायत भुईमाड़ के शासकीय उचित मूल्य की दुकान में बीते कई दिनों से सर्वर की समस्या बनी हुई है। यहां प्रतिदिन दुकान खुल रही है, विक्रेता बैठ रहे हैं, उपभोक्ताओं की खाद्यान्न लेने के लिए अच्छी खासी भीड़ भी जमा होती है, लेकिन सर्वर की समस्या से खाद्यान्न का वितरण नहीं हो पा रहा है। इतना ही नहीं इस समय धान रोपाई का समय है और सभी किसान अपने धान रोपाई को छोड़कर सुबह से खाद्यान्न लेने शासकीय उचित मूल्य की दुकान में पहुंच जाते हैं और देखते हैं कि दुकान खुला है तो खाद्यान मिलेगा ही मिलेगा, लेकिन विक्रेता द्वारा बता दिया जाता कि सर्वर ही नहीं तो नहीं मिलेगा, तब बेचारे गरीब दिनभर दुकान पर ही बैठे रहते हैं और जब 5 बजे तक खाद्यान नहीं मिलता तो निराश होकर वापस घर को लौट जाते हंै। भुईमाड़ सहित अंचल की ज्यादातर दुकानों में कुछ इसी प्रकार की समस्या से पात्र हितग्राही जूझ रहे हैं।
सर्वर आने का कर रहा हूं इंतजार
शासकीय उचित मूल्य दुकान के विक्रेता श्यामधर यादव का कहना है िकशुक्रवार से दुकान खुला है और तभी से सर्वर की समस्या निरंतर बनी हुई है, इसके पहले हड़ताल में थे इसी कारण पब्लिक को खाद्यान नहीं मिल रहा है। जैसे ही सर्वर आता है वैसे ही मेरे द्वारा खाद्यान वितरण चालू कर दिया जायेगा।
शासकीय उचित मूल्य दुकान के विक्रेता श्यामधर यादव का कहना है िकशुक्रवार से दुकान खुला है और तभी से सर्वर की समस्या निरंतर बनी हुई है, इसके पहले हड़ताल में थे इसी कारण पब्लिक को खाद्यान नहीं मिल रहा है। जैसे ही सर्वर आता है वैसे ही मेरे द्वारा खाद्यान वितरण चालू कर दिया जायेगा।