हर-हर महादेव के जयकारों से गूंजे शिवालय
सीधीPublished: Feb 22, 2020 09:04:37 pm
धूम-धाम से मनाई गई महाशिवरात्रि, शिवमंदिरों में उमड़ा श्रद्धालुओं का जनसैलाव, रूद्राभिषेक के साथ ही शिवमंदिरों में हुए विविध धार्मिक आयोजन, जिले के प्रसिद्ध शिव मंदिर बढ़ौरा व नीलकंठ स्वामी मंदिर मौहार में प्रात:काल से ही लगा रहा श्रद्धालुओं का तांता
Pagoda echoes by shouts of Har Har Mahadev
सीधी। महाशिवरात्रि का पावन पर्व शुक्रवार को हर्षोल्लासपूर्वक मनाया गया। शिवालयों में हर-हर महादेव के जयकारों से पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया। जिले के प्रसिद्ध शिव मंदिर बढ़ौरा व स्वामी नीलकंठ मंदिर मौहार में सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी। यहां शाम तक भक्तों का शिवलिंग में जल चढ़ाने तांता लगा रहा है। इसके साथ ही शिवमंदिरों में रूद्राभिषेक के साथ ही अन्य धार्मिक आयोजन किए गए।
महाशिवरात्रि के अवसर पर भगवान शिव की पूजा अर्चना का विशेष महत्व है। इस पावन अवसर पर जिले के प्रसिद्ध शिवमंदिर बढ़ौरा, बहरी के पास स्थित स्वामी नीलकंठ महराज मौहार मंदिर, ग्राम पडऱा शिवमंदिर, शहर के गोपालदास मंदिर, पूजा पार्क स्थित शिवमंदिर में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती है। महाशिवरात्रि के अवसर पर बढ़ौरा शिवमंदिर, मौहार स्वामी नीलकंठ मंदिर तथा शहर के पूजा पार्क में विशाल मेले का भी आयोजन किया गया। जिले के विभिन्न शिवमंदिरों में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात रहा।
क्या है महत्व-
महाशिवरात्रि का पर्व फाल्गुन कृष्णपक्ष की चतुर्दशी को मनाया जाता है। ऐसी मान्यता है कि सृष्टि के प्रारंभ में इसी दिन मध्यरात्रि भगवान शंकर का ब्रह्मा से रूद्र के रूप में अवतरण हुआ था। प्रलय की बेला मे इसी दिन प्रदोश के समय भगवान शिव तांडव करते हुए ब्राह्मांड को तीसरे नेत्र की ज्वाला से समाप्त कर देते है। इसीलिए इसे महाशिवरात्रि अथवा कालरात्रि कहा गया है। इस दिन शिव भक्त शिवमंदिरों में जाकर शिवलिंग पर बेल पत्र आदि चढ़ाते, पूजन करते, उपवास करते रात्रि को जागरण करते हैं। इसी दिन शिव की शादी हुई थी इसलिए रात्रि में शिव जी की बरात भी निकाली जाती है। वास्तव में शिवरात्रि का परम पर्व स्वयं परम पिता परमात्मा के सृष्टि पर अवतरित होने की स्मृति दिलाता है। शास्त्रों के अनुसार महाशिवरात्रि भगवान शंकर का सबसे पवित्र दिन है।
जगह-जगह लगे मेले-
महाशिवरात्रि के अवसर पर बढ़ौरा शिवमंदिर, स्वामी नीलकंठ मंदिर मौहार, पडऱा शिवमंदिर तथा शहर के पूजापार्क में मेले का आयोजन किया गया। पूजा पाठ के बाद लोगों ने मेले से आवश्यक सामग्रियां खरीदी। उक्त स्थलों में प्रतिवर्ष मेले का आयोजन किया जाता है। जहां शहर सहित आस-पास के गांवो के व्यापारी अपनी दुकान सजाते हैं और लोगों द्वारा जमकर खरीददारी की गई।
कमचड़ शिवमंदिर में उमड़ा जनसैलाव-
मझौली विकासखंड अंतर्गत प्रसिद्ध शिवमंदिर कमचड़ में महाशिवरात्रि के अवसर पर प्रात:काल से ही बड़ी संख्या में श्रद्धालुगण उमड़े जहां लोगों ने विधि विधान से महाकाल की पूजा अर्चना की, इस अवसर पर मंदिर परिसर में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर टिकरी एवं मड़वास की पुलिस मौजूद रही।