सीएम हेल्पलाइन में दर्ज शिकायतों की समीक्षा के दौरान इसका खुलासा हुआ है। इसे गंभीरता से लेते हुए अपर कलेक्टर हर्षल पंचोली ने सीएम हेल्पलाइन पोर्टल पर दर्ज शिकायतों को दूर करने में लापरवाही को गंभीरता से लिया है। उन्होंने संबंधित विभागों के अधिकारियों को सख्त निर्देश दिया है कि पोर्टल में दर्ज सभी शिकायतों की गंभीरता से जांच की जाए तथा सत्यता पाए जाने पर दोषी की सेवा सामाप्ति की जाए।
समीक्षा के दौरान समस्त कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारियों को निर्देश दिये गए कि सरकारी सस्ते गल्ले की दुकानों के कोटेदारों की बैठक कर खाद्यान्न वितरण किसी तरह की लापरवाही न बरतने की चेतावनी देते हुए सभी शिकायतों का निराकरण हर हाल में 18 नवंबर तक निस्तारण हो जाए। उन्होंने कहा कि अगली समीक्षा 19 नवंबर को होगी तब तक कोई प्रकरण पेंडिंग नहीं रहना चाहिए।
जानाकरी के मुताबिक विकास खंड मझौली एवं कुसमी में तैनात कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी दल प्रताप सिंह पैगाम ने अक्टूबर 2020 में कुल 31 शिकायतों को अटेंड नही किया जिसके चलते शिकायतें उच्च स्तर पर स्थानांतरित हुईं तथा समीक्षा के दौरान पाया गया कि, शिकायत क्रमांक 12478907, 12482476, 12482482, 12498853,12502931 में कोई निराकरण दर्ज नही किया गया है जबकि उक्त शिकायतें संबंधित अधिकारी को 22 अक्टूबर 2020 को प्राप्त हुई है। इस मामले में संबंधित कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिए।
विकास खंड रामपुर नैकिन तो सीएम हेल्प लाइन पोर्टल पर दर्ज शिकायतों के निस्तारण में ज्यादा ही लापरवाह नजर आए। यहां शिकायत क्रमांक 12071215, 12136332, 12169822 तथा शिकायत क्रमांक 9743750 में शिकायतकर्ताओं ने जून 2020 से मिट्टी का तेल न देने की शिकायत दर्ज कराई लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। ऐसे में संबंधित कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी व विक्रेता को कारण बताओ नोटिस जारी करने तथा तहसीलदार रामपुर नैकिन को जांच का निर्देश दिया।
ऐसे ही नगरीय प्रशासन विभाग के संबंध में समीक्षा के दौरान समस्त मुख्य नगर पालिका अधिकारियों को प्राप्त शिकायतों में त्वरित निराकरण कराने और नागरिक संतुष्टि के साथ शिकायतों को विलोपित कराने के निर्देश दिए।