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बगैर उपकरण के कोरोना से जंग

locationसीधीPublished: Apr 07, 2020 09:24:12 pm

Submitted by:

op pathak

बगैर उपकरण के कोरोना से जंग -जिला चिकित्सालय में सिर्फ दो नांन कांटेक्टर थर्मामीटर से हो रही रोजाना सैकड़ों संदिग्धों की जांच -खरीदने के लिए बाजार में उपलब्ध ही नहीं हैं नांन कांटेक्टर थर्मामीटर, सीमित संसाधन में हो रही जांच

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जिला चिकित्सालय में सिर्फ दो नांन कांटेक्टर थर्मामीटर से हो रही रोजाना सैकड़ों संदिग्धों की जांच

सीधी। कोरोना वायरस के बड़ते प्रकोप को लेकर भी स्वास्थ्य प्रशासन सचेत नहीं है। आलम यह है कि कोरोना वायरस के जंग से निपटने केे लिए स्वास्थ्य प्रशासन के पास उपकरण ही नहीं है, बिना अस्त्र-शस्त्र से ही प्रशासन कोरोना से जंग जीतने के दावे कर रहा है, वेंटिलेटर की पर्याप्त सुविधा तो जिले में नहीं ही उपलब्ध है लोगों की जांच करने के लिए जिस उपकरण की आवश्यकता पड़ती है वह भी नांम मात्र के हैं, जिसके दम पर जिला प्रशासन के द्वारा रोजाना चार से पांच सैकड़ा लोगों की जांच करने के दावे कर रहा है।
उल्लेखनीय है कि जिले के बाहर से आने वाले या फिर सर्दी, खांसी से पीडि़त मरीज के मस्तिष्क का तापमान मापने के लिए नांन कांटेक्टर थर्मामीटर का उपयोग किया जाता है। किंतु चौकाने वाली बात सामने आई है कि जिला चिकित्सालय में सिर्फ दो नांन कांटेक्टर थर्मामीटर ही उपलब्ध हैं, जो किसी भी कीमत पर पर्याप्त नहीं हैं। रोजना चार से पांच सैकड़ा लोग विभिन्न राज्यों या जिले के बाहर से सीधी जिले में प्रवेश कर रहे हैं। स्पष्ट निर्देश है कि उनकी बिना जांच किए जिले के अंदर प्रवेश न दिया जाए किंतु दो थर्मामीटर के दम पर जांच करना संभव नहीं हो पा रहा है जिसके कारण जांच की कार्रवाई भी कागजी आंकड़ो तक ही सिमट कर रह गई है, यदि जिले में कोरोना नामक महावारी फैलती है तो इसमें प्रशासन की लापरवाही बहुत हद तक जिम्मेदार होगी।
क्या है नांन कांटेक्टर थर्मामीटर-
कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर डॉक्टर भी भयभीत हैं, जिसके कारण वे सुरक्षा को लेकर सतर्क हो गए हैं। बुखार के मरीजों को छूना न पड़े इसलिए नब्ज देखनी बंद कर दी गई है। साधारण व डिजिटल थर्मामीटर का प्रयोग भी नहीं कर रहे। डॉक्टर नॉन कांटेक्ट इंफ्रोरेड थर्मामीटर का प्रयोग कर रहे हैं। यह थर्मामीटर एक मीटर दूर से मरीज के शरीर का तापमान फॉरेनहाइड व डिग्र्री सेल्सियस में पलक झपकते ही बता देता है। स्वास्थ्य विभाग के सर्विलांस टीम को भी यही थर्मामीटर देने के निर्देंश है। किंतु जिला चिकित्सालय में सिर्फ दो व पूरे जिले में मात्र १५ थर्मामीटर हैं, जिसके कारण सर्विलांस टीम को थर्मामीटर नहीं नसीब हो पा रहे हैं।
बाजार से हुए गायब-
कोरोना वायरस का प्रकोप बढ़ते ही यह थर्मामीटर बाजार से गायब हो चुका है। ऐसे थर्मामीटर की सर्वाधिक सप्लाई चीन से होती है, जो वर्तमान में बंद है। ऐसे में 1300 से 1500 रुपए में मिलने वाले थर्मामीटर में तीन से हजार रुपए का उछाल आ चुका है किंतु इतनी कीमत चुकाने के बाद भी थर्मामीटर नहीं मिल पा रहा है। जिसके कारण लोगों की जांच भगवान भरोसे चल रही है।
मेरे पास सिर्फ दो ही थर्मामीटर हैं-
जिला चिकित्सालय में नांन कांटेक्ट थर्मामीटर की बहुत कमी बनी हुई है, मेंरे पास सिर्फ दो थर्मामीटर हैं, जब बाजार में ही नहीं मिल रहे हैं तो हम खरीदे ही कहां से, यह सबसे बड़ी समस्या है, जिले में कितने थर्मामीटर हैं यह सीएमएचओ बता सकते हैं।
डॉ. एसबी खरे
सिविल सर्जन, जिला चिकित्सालय सीधी

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