सांसद रीति पाठक, विधायक केदारनाथ शुक्ला, कुंवर सिंह टेकाम, शरदेंदु तिवारी और भाजपा जिलाध्यक्ष डॉ. राजेश मिश्रा ने कमलनाथ सरकार पर वचन-पत्र में की गई घोषणाएं पूरी न करने का आरोप लगाया है। कहा कि भाजपा सरकार द्वारा किसान हित में शुरू की गईं योजनाएं भी बंद की जा रही हैं। जनसभा के बाद भाजपाइयों ने गिरफ्तारी दी। पुलिस ने पुलिस परेड ग्राउंड को अस्थाई जेल बनाकर उन्हें रखा। बाद में एसडीएम गोपद बनास ने मुचलके पर रिहाई दे दी। विधायक केदारनाथ शुक्ला ने कहा कि भाजपा सरकार सभी गरीबों को सस्ता अनाज दे रही थी, लेकिन कांग्रेस सरकार ने एक तिहाई लोगों के नाम सूची से गायब करा दिए। बघेली कहावत का जिक्र करते हुए कहा कि दानी दान देय भंडारी का पेट पिराय…। मोदी सरकार गरीबों को सस्ता अनाज, प्रधानमंत्री आवास सहित अन्य सुविधाएं उपलब्ध करा रही है। लेकिन प्रदेश के लोग वंचित हैं।आरोप लगाया कि कांग्रेस गरीबों को एक हजार पेंशन देने की घोषणा की थी, लेकिन आज भी 300 रुपए ही मिल रही है। दोबारा कांग्रेस सत्ता में आई तो बंटाधार हो जाएगा।
धरना-प्रदर्शन के बाद भाजपाइयों ने गिरफ्तारी दी, लेकिन संख्या को लेकर प्रशासन व भाजपा के बीच रार की स्थिति पैदा हो गई है। प्रशासन ने 268 भाजपा कार्यकर्ताओं को पुलिस परेड ग्राउंड मे रखने का दावा कर रहा है, जबकि भाजपा नेताओं का दावा है कि 1800 कार्यकर्ताओं ने की गिरफ्तारी दी है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने कहा, कमलनाथ सरकार किसानों से दोहरा बर्ताव कर रही है। 10 दिन में कर्जा माफ करने का वादा किया, लेकिन तीन महीने बाद भी किसी किसान के खाते में राशि नहीं पहुंची। सिर्फ कागज का वितरण किया जा रहा है। कांग्रेस सरकार किसानों व गरीबों के हितों की अनदेखी कर रही है। झूठे भाषण व वचन-पत्र के आधार पर कांंग्रेस लंगड़ी सरकार बनाने में तो कामयाब हो गई, लेकिन जनता की उम्मीदें कफूर हो रही हैं।
सीधी सांसद रीति पाठक ने कहा कि तीन माह में ही कांग्रेस सरकार की हालत बदतर हो गई। यह धिक्कार के लायक हो गई है। केंद्र सरकार ने किसानों को हर साल ६ हजार रुपए सम्मान निधि देने की योजना शुरू की है, लेकिन मप्र सरकार ने अब तक किसानों की सूची नहीं सौंप पाई है। आज हमारा किसान फिर से ठगा हुआ महसूस कर रहा है। कर्जमाफी का तबला बजा रहे हैं, लेकिन खाते में राशि नहीं जारी की है।