इस बात को मद्देनर रखते हुए संजय टाइगर रिजर्व एरिया के अधिकारियों द्वारा संजय दुबरी टाइगर रिजर्व एरिया में विचरण करने वाले चार नर व मादा बाघों के अलावा शावकों को कालर आईडी लगाए जाने का निर्णय लिया गया है, ताकि इन बाघों की की सतत् मानीटरिंग की जा सके।
इन बाघों के लगाया जाना है कालर आईडी
विभागीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार संजय टाइगर रिजर्व में डेवा बाघिन के चार अवयश्क नर व मादा शावक बाघों की कालरिंग किया जाना आवश्यक बताया गया है। क्योंकि ये शावक अक्सर अठखेलियां करते हुए बफर जोन के बाहर चले जाते हैं, जहां मानव द्वंद की आशंका बनी रहती है। अभी हाल ही में उक्त शावक संजय दुबरी टाइगर रिजर्व से लगे गुरू घासीदास राष्ट्रीय उद्यान बैकुंठपुर छत्तीसगढ़, उत्तर वनमंडल शहडोल एवं वनमंडल सीधी में शिकार करते हुए देखे गए थे।
विभागीय सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार संजय टाइगर रिजर्व में डेवा बाघिन के चार अवयश्क नर व मादा शावक बाघों की कालरिंग किया जाना आवश्यक बताया गया है। क्योंकि ये शावक अक्सर अठखेलियां करते हुए बफर जोन के बाहर चले जाते हैं, जहां मानव द्वंद की आशंका बनी रहती है। अभी हाल ही में उक्त शावक संजय दुबरी टाइगर रिजर्व से लगे गुरू घासीदास राष्ट्रीय उद्यान बैकुंठपुर छत्तीसगढ़, उत्तर वनमंडल शहडोल एवं वनमंडल सीधी में शिकार करते हुए देखे गए थे।
कॉलर आईडी से मिलेगी राहत क्योंकि उक्त क्षेत्र संजय दुबरी टाइगर रिजर्व के बफर क्षेत्र के बाहर है इसलिए उनका मानव द्वंद की आशंका बनी रहती है। ऐसे में यदि इन शावक बाघों के कालर आईडी लगा दी गई तो विभागीय अधिकारियों को इनके विचरण की लोकेशन मिलती रहेगी। साथ ही लोकेशन ट्रैश होने से संबंधित बाघों का भ्रमण संजय दुबरी अभ्यारण्य के बफर जोन में सुनिश्चित किया जा सकेगा।
वरिष्ठ कार्यालय को लिखा गया पत्र
संजय दुबरी टाइगर रिजर्व के उक्त शावक बाघों को व्हीएचएफ रेडियो कालर कराए जाने हेतु वन्य प्राणी संरक्षण अधिनियम 1972 की धारा 12 बी के तहत आवश्यक अनुमति प्रदाय किए जाने के लिए संजय टाइगर रिजर्व के क्षेत्र संचालक डॉ. दिलीप कुमार द्वारा मुख्य वन संरक्षक भोपाल के पास पत्र लिखा गया है। अब वहां से अनुमति मिलने के बाद इस संबंध में अग्रिम प्रक्रिया किए जाने की बात कही गई है।
संजय दुबरी टाइगर रिजर्व के उक्त शावक बाघों को व्हीएचएफ रेडियो कालर कराए जाने हेतु वन्य प्राणी संरक्षण अधिनियम 1972 की धारा 12 बी के तहत आवश्यक अनुमति प्रदाय किए जाने के लिए संजय टाइगर रिजर्व के क्षेत्र संचालक डॉ. दिलीप कुमार द्वारा मुख्य वन संरक्षक भोपाल के पास पत्र लिखा गया है। अब वहां से अनुमति मिलने के बाद इस संबंध में अग्रिम प्रक्रिया किए जाने की बात कही गई है।