टमसार में रहकर पढ़ाई करता था मझौली थाना अंतर्गत जोवा निवासी देवेंद्र पिता अवधराज सिंह (१७) आदिवासी बालक छात्रावास टमसार में रहकर पढ़ाई करता था। दिवाली की छुट्टी में घर गया था, वहां २४ अक्टूबर लौटा ही था कि, २६ को छात्रावास के अधीक्षक रामपाल सिंह ने छात्र के पिता को उसके बीमार होने की सूचना देकर छात्रावास बुला लिया।
सीधी जिला चिकित्सालय रेफर अधीक्षक ने पहले उसे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र टमसार में भर्ती कराया। फिर वहां से सीधी जिला चिकित्सालय रेफर कर दिया गया। परिजनों को भी यह जानकारी दी गई और उन्हें सीधी पहुंचने के लिए कहा गया। शुक्रवार रात करीब ११ बजे परिजन वहां पहुंचे तो चिकित्सक ने मृत घोषित कर दिया।
गुमराह करते रहे अधीक्षक
अधीक्षक ने उसके मौत जानकारी देने की बजाय परिजनों से कहने लगा बालक आंख नहीं खोल रहा है। बाद में मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि उसकी मौत हो चुकी है। तब पिता ने अधीक्षक पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए बिलखने लगे। शनिवार को शव परीक्षण कराने के बाद पुलिस ने परिजनों को सौंप दिया।
अधीक्षक ने उसके मौत जानकारी देने की बजाय परिजनों से कहने लगा बालक आंख नहीं खोल रहा है। बाद में मौके पर मौजूद लोगों ने बताया कि उसकी मौत हो चुकी है। तब पिता ने अधीक्षक पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए बिलखने लगे। शनिवार को शव परीक्षण कराने के बाद पुलिस ने परिजनों को सौंप दिया।
दीपावली के अवकाश पर देवेंद्र घर आया था। यहां से स्वस्थ्य हालत में वह छात्रावास गया, लेकिन अधीक्षक ने दी उसके अचानक बीमार होने की सूचना दी। हम लोग चिकित्सालय पहुंचे तो वह दम तोड़ चुका था। छात्रावास अधीक्षक की लापरवाही से उसकी मौत हुई है।
अवधराज सिंह, मृतक छात्र का पिता
अवधराज सिंह, मृतक छात्र का पिता
बीमार होने की जानकारी मिलते ही देवेंद्र को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र टमसार में भर्ती करा दिया था, जहां से सीधी के लिए रेफर किदया गया। लेकिन सीधी में उपचार के दौरान मौत हो गई।
रामपाल सिंह, अधीक्षक, आदिवासी बालक छात्रावास टमसार
रामपाल सिंह, अधीक्षक, आदिवासी बालक छात्रावास टमसार