कलेक्टर से शिकायत करनी पड़ी भारी
लेकिन प्राचार्य की डिमांड पूरी करने के बाद भी बेटे को फेल कर दिया गया था। उसकी अंकसूची भी आज तक नहीं दी गई। कहा जा रहा है कि सीधी में परीक्षा दिलवाकर अगले साल 10वीं पास करवा देंगे। किताबें देकर दो महीने तक उसे 10वीं की कक्षा में भी बैठाया गया। लेकिन दो महीने बाद बेटे को विद्यालय से निकाल दिया गया। मामले की शिकायत सीएम हेल्पलाइन में की थी। लेकिन जांच के दौरान भी मुझे डरा-धमकाकर शिकायत झूठी करार देने का प्रयास किया गया। इसकी शिकायत मैंने कलेक्टर से की थी।
लेकिन प्राचार्य की डिमांड पूरी करने के बाद भी बेटे को फेल कर दिया गया था। उसकी अंकसूची भी आज तक नहीं दी गई। कहा जा रहा है कि सीधी में परीक्षा दिलवाकर अगले साल 10वीं पास करवा देंगे। किताबें देकर दो महीने तक उसे 10वीं की कक्षा में भी बैठाया गया। लेकिन दो महीने बाद बेटे को विद्यालय से निकाल दिया गया। मामले की शिकायत सीएम हेल्पलाइन में की थी। लेकिन जांच के दौरान भी मुझे डरा-धमकाकर शिकायत झूठी करार देने का प्रयास किया गया। इसकी शिकायत मैंने कलेक्टर से की थी।
दोषी प्राचार्य के खिलाफ कार्रवाई की मांग
जिसके बाद पहले तो मुझे व मेरे परिवार को तरह-तरह के प्रलोभन दिए गए। नहीं माना तो घर से उठवा लेने व झूठा केस लगवा कर जेल भिजवाने की धमकी दी जा रही है। रामयाण ने कलेक्टर का ध्यान आकृष्ट कराते हुए जान माल के सुरक्षा व दोषी प्राचार्य के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है कि मेरा घर बीरान जंगल में है। मजदूरी करके किसी तरह परिवार का भरण पोषण करता हूं। कोई घटना होती है तो प्रशासन जिम्मेदार ही होगा।
जिसके बाद पहले तो मुझे व मेरे परिवार को तरह-तरह के प्रलोभन दिए गए। नहीं माना तो घर से उठवा लेने व झूठा केस लगवा कर जेल भिजवाने की धमकी दी जा रही है। रामयाण ने कलेक्टर का ध्यान आकृष्ट कराते हुए जान माल के सुरक्षा व दोषी प्राचार्य के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है कि मेरा घर बीरान जंगल में है। मजदूरी करके किसी तरह परिवार का भरण पोषण करता हूं। कोई घटना होती है तो प्रशासन जिम्मेदार ही होगा।
सहायक आयुक्त को कार्रवाई के निर्देश
शिकायत को गंभीरता से लेते हुए सहायक आयुक्त से पूछताछ भी की गई थी। इस पर सहायक आयुक्त ने कलेक्टर को बताया था कि शिकायत की पुष्टि हो गई है। शिकायत सही पाई गई है। जिसे संज्ञान में लेते हुए कलेक्टर सिंह ने सहायक आयुक्त को प्रभारी प्राचार्य उदय कुमार दर्के के खिलाफ कार्रवाई करने का आदेश दिया था, लेकिन जिम्मेदारों ने आज तक किसी प्रकार की कार्रवाई करना उचित नहीं समझा। जिससे आरोपी शिक्षक के हौसले बुलंद हंै। यही वजह है कि वह शिकायतकर्ता पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहा है। बात न मानने पर घर से उठवा लेने व हरिजन थाने में झूठी शिकायत कर जेल भेजने की धमकी दे रहा है। जिससे शिकायतकर्ता मानसिक रुप से काफी परेशान है।
शिकायत को गंभीरता से लेते हुए सहायक आयुक्त से पूछताछ भी की गई थी। इस पर सहायक आयुक्त ने कलेक्टर को बताया था कि शिकायत की पुष्टि हो गई है। शिकायत सही पाई गई है। जिसे संज्ञान में लेते हुए कलेक्टर सिंह ने सहायक आयुक्त को प्रभारी प्राचार्य उदय कुमार दर्के के खिलाफ कार्रवाई करने का आदेश दिया था, लेकिन जिम्मेदारों ने आज तक किसी प्रकार की कार्रवाई करना उचित नहीं समझा। जिससे आरोपी शिक्षक के हौसले बुलंद हंै। यही वजह है कि वह शिकायतकर्ता पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहा है। बात न मानने पर घर से उठवा लेने व हरिजन थाने में झूठी शिकायत कर जेल भेजने की धमकी दे रहा है। जिससे शिकायतकर्ता मानसिक रुप से काफी परेशान है।