छात्रों से 1260 की जगह 1500 रुपए वसूला गया था
साथ ही शुल्क माफी के नियमों को भी दरकिनार कर दिया गया था। और छात्रों से 1260 रुपए की जगह 1500 रुपए प्रवेश सहित अन्य शुल्क के नाम पर वसूला गया था। जिसकी शिकायत अविभावकों सहित छात्रों द्वारा पत्रिका से करते हुए बताया गया था कि विगत वर्ष भी शुल्क माफी के नाम पर संबल योजना का कार्ड जमा करवाते हुए बाद में राशि वापस करनें की बात कही गई थी।
साथ ही शुल्क माफी के नियमों को भी दरकिनार कर दिया गया था। और छात्रों से 1260 रुपए की जगह 1500 रुपए प्रवेश सहित अन्य शुल्क के नाम पर वसूला गया था। जिसकी शिकायत अविभावकों सहित छात्रों द्वारा पत्रिका से करते हुए बताया गया था कि विगत वर्ष भी शुल्क माफी के नाम पर संबल योजना का कार्ड जमा करवाते हुए बाद में राशि वापस करनें की बात कही गई थी।
छात्रों को शुल्क माफी का लाभ नहीं मिला
किंतु सत्र बीत जाने के बाद भी ली गई राशि वापस नहीं की गई और पात्रता रखने वाले छात्रों को शुल्क माफी का लाभ नहीं मिला है। बताया गया था कि इस वर्ष फिर से बाद में राशि वापस करनें का वही पुराना आश्वासन दिया जा रहा है। जिसे संज्ञान मे लेते हुए पत्रिका द्वारा जिला शिक्षा अधिकारी नवल सिंह से निर्धारित शुल्क सहित शुल्क माफी के संबंध में जानकारी एकत्रित करते हुए मामले को 3 अगस्त के अंक में ‘गाइड लाइन से हटकर छात्रों से वसूली जा रही प्रवेश शुल्कÓ नामक शीर्षक से प्रमुखता से प्रकाशित किया गया था।
किंतु सत्र बीत जाने के बाद भी ली गई राशि वापस नहीं की गई और पात्रता रखने वाले छात्रों को शुल्क माफी का लाभ नहीं मिला है। बताया गया था कि इस वर्ष फिर से बाद में राशि वापस करनें का वही पुराना आश्वासन दिया जा रहा है। जिसे संज्ञान मे लेते हुए पत्रिका द्वारा जिला शिक्षा अधिकारी नवल सिंह से निर्धारित शुल्क सहित शुल्क माफी के संबंध में जानकारी एकत्रित करते हुए मामले को 3 अगस्त के अंक में ‘गाइड लाइन से हटकर छात्रों से वसूली जा रही प्रवेश शुल्कÓ नामक शीर्षक से प्रमुखता से प्रकाशित किया गया था।
1100 रुपए छात्रों को वापस करना शुरू कर दिया है
जिसके बाद जन शिक्षा केंद्र प्रभारी संतोष दुबे हरकत में आए और शुल्क माफी संबंधी दस्तावेज जमा करवाते हुए गाइड लाइन से हटकर लिया गया शुल्क छात्रों को 1100 रुपए वापस करना शुरू कर दिया गया है। जिससे निर्धन छात्रों सहित अविभावकों मेें खुुशी है। वहीं जनपद क्षेत्र के अन्य स्कूलों में अभी शुल्क वापसी नहीं की जा रही है।
जिसके बाद जन शिक्षा केंद्र प्रभारी संतोष दुबे हरकत में आए और शुल्क माफी संबंधी दस्तावेज जमा करवाते हुए गाइड लाइन से हटकर लिया गया शुल्क छात्रों को 1100 रुपए वापस करना शुरू कर दिया गया है। जिससे निर्धन छात्रों सहित अविभावकों मेें खुुशी है। वहीं जनपद क्षेत्र के अन्य स्कूलों में अभी शुल्क वापसी नहीं की जा रही है।