राजनीति दृष्टि से भी यह वर्ष महत्वपूर्ण है। विधानसभा के चुनाव इसी साल होने हैं। उम्मीद है लगातार उपेक्षा का दंश झेल रहे यहां के जनप्रतिनिधियों का सत्ता में प्रभाव बढ़ेगा और वे जिले के विकास को नई दिशा देंगे। शिक्षा व संस्कृति को लेकर सीधी की अपनी अलग पहचान रही है। जिसे पाने के लिए भी पुन: प्रयास किए जाएंगे।
1.जल प्रदाय योजना
शहर की पेयजल व्यवस्था करीब पांच दशक पुरानी है, जो पूरी तरह जर्जर हो चुकी है। इस पर केंद्र सरकार ने गत चार वर्ष पूर्व करीब 18 करोड़ की लागत से नवीन पेयजल योजना स्वीकृति की हैै। जिसे एक वर्ष के समय में पूर्ण करना था, किंतु तीन वर्ष से ज्यादा का समय बीत जाने के बाद भी प्रोजेक्ट लटका हुआ है। उम्मीद है कि वर्ष-2018 में शहरवासियों को नई पेयजल योजना का पानी मिल जाएगा।
शहर की पेयजल व्यवस्था करीब पांच दशक पुरानी है, जो पूरी तरह जर्जर हो चुकी है। इस पर केंद्र सरकार ने गत चार वर्ष पूर्व करीब 18 करोड़ की लागत से नवीन पेयजल योजना स्वीकृति की हैै। जिसे एक वर्ष के समय में पूर्ण करना था, किंतु तीन वर्ष से ज्यादा का समय बीत जाने के बाद भी प्रोजेक्ट लटका हुआ है। उम्मीद है कि वर्ष-2018 में शहरवासियों को नई पेयजल योजना का पानी मिल जाएगा।
2.नवीन पॉलिटेक्निक भवन
सीधी जिले के लिए बड़ी मशक्कत के बाद पॉलिटेक्निक कॉलेज स्वीकृत की गई थी। किंतु बीते चार वर्ष से यह कालेज उधारी के भवन में संचालित था। जहां उपकरण रखने व छात्र-छात्राओं को प्रेक्टिकल तक के लिए पर्याप्त जगह नहीं थी। छात्रों की समस्या को देखते हुए शासन ने भवन निर्माण की स्वीकृति दे दी थी, लेकिन संविदाकार की लापरवाही से यह कार्य वर्षों बाद भी पूरा नहीं हो पाया। जिससे छात्र परेशान हैं। हालांकि, पनवार चौहानन टोला में पॉलीटेक्निक भवन का निर्माण अंतिम चरण में है। उम्मीद है कि वर्ष 2018 में यह छात्र-छात्राओं को उपलब्ध हो जाए।
सीधी जिले के लिए बड़ी मशक्कत के बाद पॉलिटेक्निक कॉलेज स्वीकृत की गई थी। किंतु बीते चार वर्ष से यह कालेज उधारी के भवन में संचालित था। जहां उपकरण रखने व छात्र-छात्राओं को प्रेक्टिकल तक के लिए पर्याप्त जगह नहीं थी। छात्रों की समस्या को देखते हुए शासन ने भवन निर्माण की स्वीकृति दे दी थी, लेकिन संविदाकार की लापरवाही से यह कार्य वर्षों बाद भी पूरा नहीं हो पाया। जिससे छात्र परेशान हैं। हालांकि, पनवार चौहानन टोला में पॉलीटेक्निक भवन का निर्माण अंतिम चरण में है। उम्मीद है कि वर्ष 2018 में यह छात्र-छात्राओं को उपलब्ध हो जाए।
3. शहर का प्रमुख मार्ग (हाइवे)
राष्ट्रीय राजमार्ग-75 पर शहर के बाहर बायपास निर्माण के बाद शहर के अंदर से गुजरने वाली 9.3 किलोमीटर लंबी सड़क मार्ग अनाथ सी हो गई थी। शासन के निर्देश पर इसे नगरपालिका के हैंडओवर कर दिया गया है। नगर पालिका ने सड़क निर्माण के लिए बजट न होने की बात कहकर हाथ खड़ा कर लिया है। इस विवाद में लोगों को सालों तक उखड़ी सड़क पर ही हिचकोले खाते रहे। हालांकि, लगातार मांग के बाद लोक निर्माण विभाग ने इसके लिए 34 करोड़ का बजट स्वीकृत किया। निर्माण जारी है। आने वाले साल-2018 में यह दुरुस्त हो सकती है।
राष्ट्रीय राजमार्ग-75 पर शहर के बाहर बायपास निर्माण के बाद शहर के अंदर से गुजरने वाली 9.3 किलोमीटर लंबी सड़क मार्ग अनाथ सी हो गई थी। शासन के निर्देश पर इसे नगरपालिका के हैंडओवर कर दिया गया है। नगर पालिका ने सड़क निर्माण के लिए बजट न होने की बात कहकर हाथ खड़ा कर लिया है। इस विवाद में लोगों को सालों तक उखड़ी सड़क पर ही हिचकोले खाते रहे। हालांकि, लगातार मांग के बाद लोक निर्माण विभाग ने इसके लिए 34 करोड़ का बजट स्वीकृत किया। निर्माण जारी है। आने वाले साल-2018 में यह दुरुस्त हो सकती है।
4. ट्रामा सेंटर का निर्माण
वर्ष-2018 में स्वास्थ्य सुविधाओं लेकर भी बड़ी सौगात दे सकता है। खासकर सड़क दुर्घटना या अन्य दुर्घटनाओं में गंभीर रूप से घायल हुए लोगों के लिए। क्योंकि ऐसे लोगों को इलाज के लिए अब तक रीवा रेफर करना पड़ता था। लेकिन जिला अस्पताल में ट्रामा सेंटर का निर्माण जारी है। उम्मीद है कि यह अगले कुछ महीने में शुरू हो जाएगा। हालांकि, ट्रामा सेंटर के लिए सर्जन के साथ प्रशिक्षित स्टाफ की जररूत पड़ेगी। उम्मीद है कि भवन बनने के बाद स्टाफ भी उपलब्ध हो जाएगा। इसमें दुर्घटना में घायल लोगों को भर्ती कर अत्याधुनिक मशीनों के जरिये उपचार किया जा सकेगा।
वर्ष-2018 में स्वास्थ्य सुविधाओं लेकर भी बड़ी सौगात दे सकता है। खासकर सड़क दुर्घटना या अन्य दुर्घटनाओं में गंभीर रूप से घायल हुए लोगों के लिए। क्योंकि ऐसे लोगों को इलाज के लिए अब तक रीवा रेफर करना पड़ता था। लेकिन जिला अस्पताल में ट्रामा सेंटर का निर्माण जारी है। उम्मीद है कि यह अगले कुछ महीने में शुरू हो जाएगा। हालांकि, ट्रामा सेंटर के लिए सर्जन के साथ प्रशिक्षित स्टाफ की जररूत पड़ेगी। उम्मीद है कि भवन बनने के बाद स्टाफ भी उपलब्ध हो जाएगा। इसमें दुर्घटना में घायल लोगों को भर्ती कर अत्याधुनिक मशीनों के जरिये उपचार किया जा सकेगा।
5. संजय टाइगर रिजर्व
पर्यटन की दृष्टि से संजय टाइगर रिजर्व को बढ़ावा देने के लिए सरकार की ओर से 2200 करोड़ का पैकेज मिला है, जिससे कार्य भी प्रारंभ हो गया है। वहीं संजय टाइगर रिजर्व मे पर्यटकों को घूमने के लिए ऑनलाइन टिकट बुकिंग की व्यवस्था लागू कर दी गई है। इस वर्ष टाइगर रिजर्व मे पर्यटकों की संख्या बढऩे और कायाकल्प होने की उम्मीद की जा रही है।
पर्यटन की दृष्टि से संजय टाइगर रिजर्व को बढ़ावा देने के लिए सरकार की ओर से 2200 करोड़ का पैकेज मिला है, जिससे कार्य भी प्रारंभ हो गया है। वहीं संजय टाइगर रिजर्व मे पर्यटकों को घूमने के लिए ऑनलाइन टिकट बुकिंग की व्यवस्था लागू कर दी गई है। इस वर्ष टाइगर रिजर्व मे पर्यटकों की संख्या बढऩे और कायाकल्प होने की उम्मीद की जा रही है।
पूजा पार्क में कलाकारों ने दी प्रस्तति
पूजा पार्क में नव वर्ष पर बाहर के आए कलाकारों ने मनमोहक प्रस्तुति दी। जबलपुर से आईं प्रशन्न श्रीवास्तव, मुंबई की इंडियन आइडल फेम साक्षी होलकर, सिंगर जागृति हनी, मुंबई की हर्षदीप सोनोने, सिंगर शैलू दत्त, मधुर म्यूजिक ग्रुुप संचालक गायब प्रकाश तिवारी व एंकरिग का कार्य अंचित गौतम अंश व बालाघाट की वर्षा ने की। इंजी. शंकर सिंह परिहार, जगत बहादुर सिंह के तत्वाधान में कार्यक्रम आयोजित किया गया। अन्य स्थानों पर भी कई कार्यक्रम हुए। लोग सोशल मीडिया पर भी नववर्ष की बधाई देते रहे।
पूजा पार्क में नव वर्ष पर बाहर के आए कलाकारों ने मनमोहक प्रस्तुति दी। जबलपुर से आईं प्रशन्न श्रीवास्तव, मुंबई की इंडियन आइडल फेम साक्षी होलकर, सिंगर जागृति हनी, मुंबई की हर्षदीप सोनोने, सिंगर शैलू दत्त, मधुर म्यूजिक ग्रुुप संचालक गायब प्रकाश तिवारी व एंकरिग का कार्य अंचित गौतम अंश व बालाघाट की वर्षा ने की। इंजी. शंकर सिंह परिहार, जगत बहादुर सिंह के तत्वाधान में कार्यक्रम आयोजित किया गया। अन्य स्थानों पर भी कई कार्यक्रम हुए। लोग सोशल मीडिया पर भी नववर्ष की बधाई देते रहे।
बच्चों ने बनाई मानव शृंखला
पुराने साल की विदाई व नववर्ष के स्वागत के लिए शनिवार को शहर के श्री गणेश सीनियर सेकेंडरी स्कूल पडऱा में विद्यार्थियों ने मानव शृंखला बनाकर वेलकम-2018 को प्रदर्शित किया। नववर्ष के स्वागत का ये दृश्य बेहद मनोहर लग रहा था। इस दौरान बच्चों में उत्साह देखते बन रहा था। कार्यक्रम में छात्र-छात्राओं ने सभी शिक्षक-शिक्षिकाओं को पुष्प गुच्छ भेंट कर नूतन वर्ष की बधाई दी।
पुराने साल की विदाई व नववर्ष के स्वागत के लिए शनिवार को शहर के श्री गणेश सीनियर सेकेंडरी स्कूल पडऱा में विद्यार्थियों ने मानव शृंखला बनाकर वेलकम-2018 को प्रदर्शित किया। नववर्ष के स्वागत का ये दृश्य बेहद मनोहर लग रहा था। इस दौरान बच्चों में उत्साह देखते बन रहा था। कार्यक्रम में छात्र-छात्राओं ने सभी शिक्षक-शिक्षिकाओं को पुष्प गुच्छ भेंट कर नूतन वर्ष की बधाई दी।