सेहत सखी व आशा सहयोगियों को बताए गए मातृ मृत्यु दर में कमी लाने के तरीके
सीधीPublished: Feb 26, 2020 01:43:56 pm
मातृ मृत्यु अनुपात एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाने सेहत सखी एवं आशा सहयोगी को दिया गया प्रशिक्षण
Ways to reduce maternal mortality rate reported to health friends and
सीधी। आशा सहयोगी एवं सेहत सखी का चार दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण पीएलए भाग 3 के तीन के तहत दिया गया। आठ बैच के प्रशिक्षण में 160 गांव की सेहत सखी एवं 24 आशा सहयोगी ने प्रशिक्षण प्राप्त किया है। प्रशिक्षण का शुभारंभ दिनांक 3 फरवरी को सेमरिया ब्लॉक में बीएमओ डॉ.अजय श्रीवास्तव द्वारा एवं कुसमी ब्लाक में १० फरवरी को बीएमओ डॉ.आरबी ङ्क्षसह द्वारा किया गया था।
पीएलए कार्यक्रम के जिला समन्वयक केदार रजक ने बताया कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन भोपाल द्वारा मातृ मृत्यु अनुपात एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाने के लिए सीधी जिले के सेमरिया एवं कुसमी ब्लॉक में सहभागी सीख एवं क्रियान्वयन (पीएलए) कार्यक्रम लागू किया गया है। कार्यक्रम का उद्देश्य मातृत्व स्वास्थ्य के सूचकांको में सुधार लाना, नवजात शिशु स्वास्थ्य के सूचकांको में सुधार लाना, ग्राम सभा स्वास्थ्य ग्राम तदर्थ समिति का क्षमता वर्धन करना, स्वास्थ्य संबंधित व्यवहारों को अपनाना, स्वास्थ्य संबंधित सेवाओं की मांग में वृद्धि लाना एवं सेवाओं की पहुंच में वृद्धि करना है। सीधी जिले में पीएलए कार्यक्रम का संचालन जिला राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन सीधी के सहयोग से संस्था ग्राम सुधार समिति द्वारा किया जा रहा है। जिसके तीसरे चरण के कुल 18 बैचों में आशा सहयोगी एवं सेहत सखी को पीएलए की जानकारी देकर प्रशिक्षित किया जाना है। प्रशिक्षण में आशा सहयोगी एवं सेहत सखी को इस बात की जानकारी दी गई कि वह समुदाय में जाकर किस तरह महिलाओं व पुरूषों को जागरूक करें कि मातृ मृत्यु अनुपात एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाई जा सके।
प्रशिक्षण के दौरान डॉक्टर नागेंद्र दुबे डीआईओ सीधी, दीपक सिंह राजपूत डीसीएम, शशीकांत श्रीवास्तव क्षेत्रीय समन्वयक एकजुट संस्था भोपाल, वंदना त्यागी अध्यक्ष ग्राम सुधार समिति, सचिव ब्रिजेंद्र मिश्रा आदि उपस्थि रहे। प्रतिभागियों को प्रशिक्षक शैलेष सोनी, राकेश सिंह, कृष्णबहादुर सिंह एवं शिवबली साकेत जिला प्रशिक्षक एवं सस्था ग्राम सुधार समिति से केदार रजक, अंजनी कुमार, बसंतराज सिंह, राजबहादुर सिंह, हनुमान प्रसाद गुप्ता द्वारा प्रशिक्षण दिया गया।