पुलिस अधीक्षक पंकज कुमावत ने बताया कि 14 सितंबर की सुबह पनवार चौहान टोला में रीना शुक्ला 20 वर्ष युवती की अज्ञात आरोपित हत्या कर भाग गया था। परिजनों की सूचना पर जमोड़ी थाना में अज्ञात आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर उपनिरीक्षक शेषमणि मिश्रा के नेतृत्व मे टीम भेजकर जांच पड़ताल शुरू कराई गई। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अधीक्षक अंजूलता पटले खुद घटना स्थल पर गईं। जांच मे पाया गया था कि मृतक युवती रीना और कठार थाना रामपुर नैकिन निवासी शुभम उर्फ ऋषभ तिवारी (19 वर्ष) के बीच लगातार मोबाइल फोन के जरिए बात होती रही है। शुभम. रीना की भाभी का भतीजा है।
ये भी पढें- संदिग्ध परिस्थितियों में विवाहिता की हत्या पुलिस अधीक्षक ने बताया कि रीना शुक्ला पुत्री विश्वनाथ शुक्ला (20 वर्ष) की हत्या उसके रिश्ते की भाभी के भतीजे शुभम उर्फ ऋषभ बॆ तिवारी ने एक तरफा प्यार में की। उन्होंने बताया कि शुभम की बुआ का विवाह पनवार में हुआ था, जिसके कारण उसका आना-जाना विश्वनाथ शुक्ला के घर बना हुआ था। इसी दौरान आरोपी का बुआ की ननद रीना से मेलजोल बढ़ गया। दोनों ने एक दूसरे को मोबाइल नंबर का आदान प्रदान किया। दोनों के बीच लगातार बातचीत होती रही है। आरोपी, रीना से उम्र में एक साल छोटा था। रिश्ते के हिसाब से विवाह नहीं हो सकता था, बावजूद इसके उसने टेलीफोनिक वार्ता के दौरान शादी का प्रस्ताव रखा जिसे रीना ने इंकार कर दिया।
रीना के शादी से इंकार करने पर आरोपी शुभम घटना के दिन तड़के तीन बजे अपने गृह ग्राम कठार से साइकिल से पनवार पहुंचा, जहां पिछले दरवाजे के सहारे वह घर के भीतर घुस कर छिप गया। इसकी जानकारी किसी को नहीं लगी। सभी अपने-अपने काम में जुट गए और इसी दौरान रीना बर्तन लेकर आंगन में पहुंची। वह बर्तन मांज रही थी कि आरोपी ने पीछे से कुल्हाड़ी से हमला कर दिया। फिर वह मौके से भाग निकला।
पुलिस अधीक्षक पंकज कुमावत ने इस अंधी हत्या का खुलासा करने वाली टीम को पांच हजार रुपये का पुरस्कार देने की घोषणा की है। इस टीम में उपनिरीक्षक शेषमणि मिश्रा, उपनिरीक्षक वंदना द्विवेदी, उपनिरीक्षक तरूण बेड़िया, आरक्षक अभिषेक सिंह, सत्येन्द्र सिंह राहुल, रामचरित पांडेय,बालेंद्र सिंह थाना कोतवाली के तिलकराज सिंह, सुनील बागरी, सायबर सेल से प्रदीप मिश्रा, आनंद कुशवाहा का सहयोग रहा है।