ग्रामीणों ने अधिकारियों को बताया कि आंधी से 37 मकान क्षतिग्रस्त हुए हैं। कई घरों के छप्पर तक उड़ गए। आंधी से सबसे अधिक नुकसान गया प्रसाद तिवारी को हुआ। तिवारी के मकान की सीमेंट की चादर उड़ गई। घर में लगे पंखे, कूलर, टीवी, गृहस्थी का सामान और गेहूं-चावल भी बर्बाद हो गया। उन्हें परिवार सहित पड़ोसी के घर में रात गुजारना पड़ा।
आंधी से गोसलपुर फीडर के कई गांवों मेें बिजली के खम्भे गिर गए। इससे २५ गांवों की बिजली गुल हो गई। ग्रामीणों को पूरी रात अंधेरे में गुजारना पड़ा। बिजली विभाग का मामला मंगलवार को दिन भर सुधार कार्य में लगा रहा। देर शाम अधिकतर गांवों में बिजली आपूर्ति शुरू की गई।
एसडीएम चंद्रप्रताप गोहिल ने बताया कि गोसलपुर के कई गांवों में मकानों को नुकसान पहुंचा है। हल्का पटवारी गांवों में जाकर पंचनामा तैयार कर क्षति पत्रक तैयार कर रहे हैं। छाती पत्रक में हुए नुकसान के आधार पर राजस्व परिपत्र पुस्तिका के आधार पर मुआवजा दिया जाएगा।