रैम्प2(पीएनअी गेट नं 2 से मालवीय चौक मार्ग की ओर)- -8.40 मीटर चौड़ाई -368 मीटर लंबाई ——- रैम्प3(मदनमहल रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नं 3 की ओर)- -8.40 मीटर चौड़ाई
-398 मीटर लंबाई —– रैम्प4(मदनमहल रेलवे स्टेशन के प्लेफार्म नं 3 स्नेह नगर की ओर)- -8.40 मीटर चौड़ाई -401 मीटर लंबाई ———– रैम्प5(मदनमहल चौक से महानद्दा की ओर)-
-12.90 मीटर चौड़ाई -303.90 मीटर लंबाई ———- इनडेप्थ स्टोरी- जबलपुर। शहर के दम तोड़ते यातायात में नई जान फूं कने फ्लाईओवर निर्माण का इंतजार खत्म नहीं हो रहा है। मदनमहल-दमोहनाका फ्लाईओवर के फरवरी 2018 में भूमि पूजन के बाद निर्माण के लिए तीन बार बुलाई गई निविदा निरस्त हो चुकी है। चौथी बार फिर निविदा आमंत्रित की गई थीं। 15 जनवरी तक प्रदेश शासन के पास निविदा आ चुकी हैं। अब निविदा स्वीकृति का इंतजार है, जिससे फ्लाईओवर का निर्माण शुरू हो सके। मदनमहल रेलवे स्टेशन के ऊ पर से केबल ब्रिज का स्वरूप दिया जाना है। ऐसे में बड़े केबल ब्रिज बनाने का अनुभव रखने वाले ठेकेदार को ठेका मिलने की बात कही जा रही हे।
तीन बार निरस्त हुई निविदा- फ्लाईओवर निर्माण के लिए अब तक तीन बार निविदा प्रक्रिया आयोजित की जा चुकी हे। पहली बार 18 मई 2018 को निविदा आमंत्रित की गई। निविदा दर अधिक होने के कारण 10 अगस्त 2018 को निरस्त कर दी गई। द्वितीय निविदा में मेसर्स रंजीत बिल्डकोन को अवसर मिला, लेकिन समय पर अनुबंध नहीं हो पाने के कारण 6 मार्च 2019 को निविदा निरस्त कर दी गई। तीसरी बार 30 नवंबर 2019 को निविदा आमंत्रित की गई। निविदा की अंतिम तारीख 15 जनवरी थी।
महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट- नगर की यातायात व्यवस्था में सुधार के लिहाज से मदनमहल-दमोहनाका फ्लाईओवर के महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट में निर्माण शुरू होने का सभी को इंतजार है। दरअसल दमोहनाका, बल्देवबाग, रानीताल से लेकर गोल बाजार, मदनमहल स्टेशन मार्ग में रोजाना यातायात का जबर्दस्त दबाव रहता है। इस मार्ग पर प्रतिदिन जाम लगता है, जिसके कारण लोगों को समस्या का सामना करना पड़ता है। ऐसे में जानकारों का मानना है कि साढ़े चार किलोमीटर लंबे पांच रैम्प वाले फ्लाईओवर के बन जाने से शहर की यातायात व्यवस्था काफी हद तक सुधरेगी।