शहपुरा तहसील के ग्राम मालकछार और रमखिरिया में भी शासकीय भूमि पर हुए अतिक्रमणों को हटाया गया। शहपुरा तहसीलदार श्याम नंदन चंदेले ने बताया कि ग्राम मालकछार में खसरा नंबर 88 की 10 एकड़ शासकीय भूमि पर किए गए अतिक्रमण को हटाया गया। इस भूमि की कीमत करीब 80 लाख रुपए है। यहां शासकीय भूमि का बोर्ड भी लगाया गया। शहपुरा से गोटेगांव मार्ग पर ग्राम रमखिरिया के समीप 0.12 हेक्टेयर शासकीय भूमि को अतिक्रमण मुक्त कराया गया। इस जमीन की कीमत 20 लाख रुपए से ज्यादा है।
टीन शेड भी किया धराशाई
पनागर तहसील के ग्राम मुढिय़ा में नौ एकड़ और मनियारी खुर्द में तीन एकड़ शासकीय भूमि को अवैध कब्जों से मुक्त कराया गया। तहसीलदार पनागर प्रमोद चतुर्वेदी के मुताबिक अतिक्रमण से मुक्त कराई गई ग्राम मुढिय़ा की शासकीय भूमि की कीमत लगभग एक करोड़ 20 लाख और ग्राम मनियारी खुर्द की भूमि की कीमत करीब 45 लाख रुपए है । मुढिय़ा की शासकीय भूमि पर संजीव पांडे और देविका पांडे तथा मनियारी खुर्द की शासकीय भूमि पर सुखचैन बर्मन एवं अन्य लोगों द्वारा कब्जा कर रखा था। तहसीलदार ने बताया कि एक ग्राम मुढिय़ा में ही घनश्याम पटेल द्वारा शासकीय भूमि पर अवैध कब्जा कर बनाए गए टीन शेड गोदाम को हटाने की कार्यवाही भी गई।
सालीवाड़ा में हटाया ढाबा
जबलपुर तहसील में शासकीय भूमि पर हुए अतिक्रमण हटाने की गई कार्यवाही के तहत सालीवाड़ा में राष्ट्रीय राजमार्ग से लगी करीब एक हजार वर्गफी शासकीय भूमि पर अवैध कब्जा कर बनाए गए ढ़ाबे को ध्वस्त किया गया। वहीं बरेला के समीप महगंवा में चार एकड़ शासकीय भूमि से अतिक्रमण हटाए गए। तहसीलदार जबलपुर राकेश चौरसिया के मुताबिक ग्राम सालीवाड़ा बरेला में राजाबाबू, संजय कुमार एवं कुंवर बहादुर द्वारा शासकीय भूमि पर अवैध कब्जा कर ढ़ाबा संचालित किया जा रहा था। बरेला के समीप ग्राम महगंवा में चार एकड़ शासकीय भूमि पर गुरदीप सिंह छाबड़ा बनाम अवतार सिंह द्वारा अवैध कब्जा कर लिया गया था। दो हजार वर्गफीट भूमि पर डेयरी संचालित की जा रही थी।