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खास खबर: कोरोनाकाल में खूब लगी अर्जियां, बढ़ी खाटूश्यामजी की आय

locationसीकरPublished: Dec 01, 2021 11:16:23 am

Submitted by:

Ashish Joshi

आपदा में भरा बाबा का खजाना : भक्त कम पहुंचे, चढ़ावे में करोड़ों की बढ़ोतरी

खास खबर: कोरोनाकाल में खूब लगी अर्जियां, बढ़ी खाटूश्यामजी की आय

खास खबर: कोरोनाकाल में खूब लगी अर्जियां, बढ़ी खाटूश्यामजी की आय

आशीष जोशी
सीकर. कोरोनाकाल में ‘लखदातारÓ की आय में करोड़ों का इजाफा हुआ है। इस दौरान मंदी और आर्थिक संकट से उबारने के लिए लोगों ने बाबा श्याम के यहां खूब अर्जियां लगाईं। किसी ने व्यापार को पटरी पर लाने, कोरोनाकाल में हुए नुकसान की भरपाई करवाने तो किसी ने छूटी नौकरी वापस दिलवाने के लिए बाबा के दर पर मन्नत मांगी। इस दौरान भक्तों की संख्या भले कम हुई, लेकिन चढ़ावा खूब बढ़ा। लखदातार के खजाने में करोड़ों की बढ़ोतरी हुई। खाटू बाबा के भेंट पात्रों में 2020-21 में चढ़ावे की राशि सवा 25 करोड़ को पार कर गई।

इस तरह भरा खाटू बाबा का खजाना
वर्ष — भेंट राशि (रुपए में)
2018-19 — 14,47,14,600
2019-20 — 22,98,48,950
2020-21 — 25,34,32,631

3 स्थाई, 16 अस्थाई भेंट पात्र
मंदिर में 3 भेंट पात्र स्थाई रूप से लगे हैं। वहीं 16 भेंट पात्र अस्थाई हैं, जो आवश्यकतानुसार लगाए जाते हैं। पात्रों पर डबल लॉक (एक ताला विभाग का व दूसरा प्रन्यास का) की व्यवस्था है। पात्रों को विभाग की ओर से सील किया जाता है। श्री श्याम मंदिर कमेटी ट्रस्ट की ओर से इन भेंट पात्रों को खोले जाने की मांग किए जाने पर विभाग की ओर से निरीक्षक देवस्थान व राजस्व विभाग के प्रतिनिधि एवं प्रन्यासियों की उपस्थिति में पात्र खुलवाए जाते हैं। प्राप्त राशि की गणना करवा मौके पर उपस्थित बैंककर्मियों को जमा करा दी जाती है।

लगते रहे हैं अनियमितताओं के आरोप
कोरोना काल में पाबंदी के बावजूद वीआइपी दर्शन करवाने, जमीन आवंटन व देवस्थान विभाग को अंधेरे में रख मंदिर में भेंटपात्र लगाने जैसी अनियमितताओं के आरोप लगते रहे हैं। आरोपों की जांच के बाद पिछले दिनों विभाग के सहायक आयुक्त ने रिपोर्ट में मंदिर संचालन के लिए टेंपल बोर्ड गठन की सिफारिश की थी। विधानसभा में नए भेंट पात्र लगाने का मामला गूंजने के बाद विभाग ने धारा 38 के तहत मामला दर्ज किया। पहले मंदिर कमेटी ने खाटूश्यामजी मेले की वजह से पक्ष नहीं रखा। इसके बाद कोरोना की दूसरी लहर की वजह से सुनवाई नहीं हो सकी। फिलहाल मामला देवस्थान न्यायालय में विचाराधीन है।

भक्तों को इन सुविधाओं का इंतजार, ट्रस्ट करें पहल तो मिले राहत
1. निशुल्क पार्र्किंग, मिले जाम से राहत
मेले के समय पार्र्किंग सबसे बड़ी समस्या रहती है। दस साल से निशुल्क पार्र्किंग का मुद्दा गूंज रहा है। पार्किंग से मेले के समय लगने वाले जाम से निजात मिल जाएगी।
2. बननी थी रिंग रोड, बना दी लिंक रोड, 40 करोड़ खर्च
केन्द्र की कृष्णा सर्किट योजना में खाटूश्यामजी का भी चयन हुआ। कस्बे में रिंग रोड बननी थी, लेकिन कंपनी ने मनमर्जी से डीपीआर में बदलाव कर दिया। नई सड़कों से खास फायदा नहीं हुआ। ज्यादातर सड़कें ग्रामीण रूट की बनकर रह गई है।
3. सुलभ कॉम्पलेक्स व आश्रय स्थल
सुलभ कॉम्पलेक्स की कमी से भक्तों को परेशानी होती है। कृष्णा सर्किट योजना में सुलभ कॉम्पलेक्स भी काफी दूर बना दिए। मेले के समय भक्तों के ठहरने के लिए निशुल्क आश्रय स्थलों की भी कमी है।

इनका कहना है
बिना अनुमति के भेंट पात्र लगाने के मामले में धारा 38 के तहत प्रकरण दर्ज है। मंदिर कमेटी से जुड़े अन्य बिन्दुओं की रिपोर्ट भी सहायक निदेशक कार्यालय को फरवरी महीने में दे दी थी।
सुरेन्द्र कुमार, निरीक्षक, देवस्थान विभाग

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