सीकरPublished: Dec 23, 2021 10:20:53 am
Ashish Joshi
कोरोनाकाल का नया खतरा : केंद्रीय प्रदूषण बोर्ड की रिपोर्ट में खुलासा, बायो मेडिकल और प्लास्टिक वेस्ट से ज्यादा बढ़ रहा ई-वेस्ट
आशीष जोशी
सीकर. कोरोनाकाल में मोबाइल-लेपटॉप सरीखे ई गैजेट का इस्तेमाल बढऩे के साथ ही इनसे संबंधित ई-कचरा (e-waste) भी तेजी से बढ़ रहा है। केंद्रीय प्रदूषण बोर्ड की हालिया रिपोर्ट के अनुसार, कोरोनाकाल में राजस्थान में बायो मेडिकल वेस्ट और प्लास्टिक वेस्ट (plastic waste) की बजाय ई अपशिष्ट ज्यादा बढ़ा है। हालात यह है कि कोविड से पहले तक वर्ष 2018-19 में जहां प्रदेश में 4001.898 टन ई अपशिष्ट संग्रहित किया गया। (4001.898 tonnes of e-waste collected in the state) वहीं 2020-21 में यह चार गुणा बढकऱ 18742.118 टन हो गया। जबकि देश में ई अपशिष्ट दो गुणा ही हुआ है। वहीं प्रदेश में वर्ष 2018-19 में 104704.4 टन के मुकाबले 2019-20 में 51965.5 टन प्लास्टिक वेस्ट उत्सर्जित हुआ।
प्रदेश में इस तरह बढ़ा ई-अपशिष्ट
वर्ष -- ई अपशिष्ट
2018-19 -- 4001.898
2019-20 -- 17028.188