scriptजिले के 20 हजार 790 किसानों को मिलेंगे 9 करोड 95 लाख रुपए | 20 thousand 790 farmers of the sikar will get 9 crore 95 lakh rupe | Patrika News

जिले के 20 हजार 790 किसानों को मिलेंगे 9 करोड 95 लाख रुपए

locationसीकरPublished: Sep 03, 2019 11:45:05 am

Submitted by:

Puran

फसल बीमा के रूप में मिलेगी मुआवजा राशि
रबी 2017 और खरीफ 2017 का मुआवजा जारी रबी 2017 के मुआवजे का इंतजार

जिले के 20 हजार 790 किसानों को मिलेंगे 9 करोड 95 लाख रुपए

जिले के 20 हजार 790 किसानों को मिलेंगे 9 करोड 95 लाख रुपए

सीकर. जिले के किसानों के लिए खुशखबर है। रबी 2017 में नुकसान के दायरे में आई बीमित फसलों की एवज में किसानों को नौ करोड 95 लाख रुपए की मुआवजा राशि दी जाएगी। यूनाइटेड इंडिया इंश्योरेंस कम्पनी ने यह राशि बैंकों में ट्रांसफर कर दी है। अगले सात दिन में जिले के 20 हजार 790 किसानों के बैंक खातों में मिल जाएगी। मुआवजा मिलने से किसानों की आर्थिक स्थिति में सुधार आएगा। हालांकि खरीफ 2017 का 1241 किसानों को एक करोड 22 लाख रुपए का मुआवजा मिलना बाकी है। गौरतलब है कि आधार कार्ड और जमाबंदी में नाम अलग होने के कारण ये किसान मुआवजे से वंचित थे।
प्रीमियम की तुलना में कम मुआवजा
फसल बीमा कम्पनी की ओर से फसल बीमा के नाम पर प्रीमियम लिया जाता है। यह राशि क्लेम की तुलना मे काफी कम होती है। इस कारण नुकसान के दायरे में आने वाले किसानों को नुकसान के अनुपात में मुआवजा नहीं मिल पाता है। इसके अलावा किसानों को बार-बार फसल बीमा कम्पनी को बदले जाने से भी परेशानी होती है। जिले में रबी 2017 में एक लाख 71 हजार 982 किसानों ने फसल बीमा कराया था। जिसके प्रीमियम के तौर पर किसानों ने 7.19 करोड रुपए बीमा कम्पनी को दिए थे।रबी के मुआवजे का इंतजार
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत रबी 2018 और रबी 2018 का मुआवजा मिलना शेष है। रबी सीजन में मुआवजे के लिए फसल कटाई प्रयोग किए जा गए हैं। इन कटाई प्रयोगो का संग्रहित किया जा रहा है। रबी सीजन में जिले में एक लाख 31 हजार 395 किसानों में फसल बीमा कराया था। जिसके तहत किसानों ने अपने हिस्से के लिए पांच करोड 51 लाख रुपए का प्रीमियम दिया था। जबकि रबी सीजन के लिए जिले से बीमा कम्पनी को प्रीमियम के पेटे 19.38 करोड जमा कराए।
यूं मिलता है मुआवजा
ऋणी किसान का फसल बीमा अनिवार्य रूप से किया जाता है। अऋणी किसान स्वैच्छिक तौर पर भी फसल बीमा करवा सकते हैं। फसल बीमा के तहत पिछले पांच साल की औसत उपज से 80 प्रतिशत कम उपज से कम हो तो मुआवजा भी उसी अनुपात में मुआवजा मिलता था। इसके लिए किसान से ली जाने वाली प्रीमियम राशि में राज्य और केन्द्र सरकार की ओर से हिस्सा दिया जाता है।

इनका कहना है

खरीफ 2017 में एक लाख 40 हजार 692 किसानों को 69.04 करोड का मुआवजा दिया जा चुका है। इसके अलावा खरीफ 2018 और रबी 2018 का भी मुआवजा जारी करने की प्रक्रिया चल रही है। लाभान्वित किसानों के तहसीलवार आंकड़े जल्द ही जारी हो जाएंगे।
– एसआर कटारिया, उपनिदेशक कृषि सीकर
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