15 को मिली शिकायत, पहले दिन लिए 10 हजार
डीएसपी जांगिड़ ने बताया कि 15 फरवरी को परिवादी ने एसीबी में शिकायत देकर बताया कि उसके खिलाफ पत्नी ने पाटन थाने में मुकदर्मा दर्ज करवा रखा है। जिसे रफा-दफा करने की एवज में वकील सागरमल थानाधिकारी के नाम पर एक लाख रुपए की रिश्वत मांग रहा है। इस पर मामले का सत्यापन करवाया गया। 70 हजार पर सहमति बनने पर सागरमल ने 10 हजार उसी दिन तथा दस हजार रुपए 16 फरवरी को लिए। बाकी 50 हजार रुपए सोमवार को देना तय हुआ। जो घर पर लेते हुए ही सागरमल को रंगे हाथों पकड़ लिया गया।
रातोंरात पकड़े तीन वकील, एसएचओ व रीडर की भूमिका की होगी जांच
रिश्वत के मामले में एसीबी ने रातोंरात एक के बाद एक तीन वकील पकड़े। डीएसपी जांगिड़ ने बताया कि कृषि उपजमंडी के पास रुपए सागरमल ने लिए। जिन्हें उज्जवल खोखर गिनकर ले जाने लगा। उसी समय दोनों को पकड़ लिया गया। पूछताछ की तो उन्होंने पाटन थानाधिकारी व रीडर के लिए रुपए लेने की बात कही। जिसमें वकील बजरंगलाल को उनके बीच मध्यस्थ होना बताया। बजरंगलाल से फोन पर बात करवाने पर उसकी पुष्टि होने पर उसे भी देर रात गिरफ्तार कर मंगलवार अल सुबह चार बजे पुलिस थाने से पत्रावली भी जब्त कर ली गई। डीएसपी ने बताया कि मामले में पाटन एसएचओ व रीडर की भूमिका की जांच की जा रही है।