5 पुलिसकर्मियों ने किया सुसाइड, किसी ने प्यार में जान दी तो किसी ने इसलिए लगाया मौत को गले
छात्रसंघ चुनाव परिणाम ( Student Union Election 2019 ) के दिन छात्राओं पर हुए लाठीचार्ज ( Police Lathicharged on Students in Sikar ) के मामले में जिले में 22 दिन से चल रहा आक्रोश लगातार बढ़ता जा रहा है। माकपा नेताओं ने दिनभर सरकार विरोधी नारे लगाए। कलक्ट्रेट के सामने किसानों का पड़ाव होने की वजह से शहर में दिनभर जाम की स्थिति बनी हुई है। माकपा नेता व पूर्व विधायक अमराराम ने सभा में ऐलान किया कि कार्यकर्ता यहां से हिलने वाले नहीं है। सरकार के लाठीचार्ज करने वाले दोषियों को निलंबित नहीं करने तक आंदोलन जारी रहेगा। किसानों के महापड़ाव की वजह से कलक्ट्रेट इलाके में भारी पुलिस जाब्ता तैनात है। सभा को पूर्व विधायक पेमाराम, किशन पारीक, बृजसुंदर जांगिड़ व रामरतन बगडिय़ा सहित अन्य ने संबोधित किया।
कलेक्ट्रेट के सामने रात को सडक़ पर खाना बनाया- खाया और सो गए माकपाई, पड़ाव दूसरे दिन भी जारी
20 लोगों पर मुकदमा और धारा 144 तोडऩे के 700 मामले दर्ज
कलक्ट्रेट के बाहर धरना प्रदर्शन किए जाने पर धारा-144 के तहत रोक लगाई गई थी। कोतवाली थाने में 144 के उल्लघंन किए जाने पर माकपा व एसएफआई के तहत 20 लोगों के पर मुकदमा और 700 से ज्यादा के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया है। पुलिस ने पूर्व विधायक अमराराम, पूर्व विधायक पेमाराम, किशन पारीक,सुभाष नेहरा, सागर खाचरिया, रामप्रसाद, बलवान सहित अन्य के खिलाफ मुकदमे दर्ज कराए है।
व्यापारी बोले: आंदोलन को कराया जाए समाप्त
आंदोलन की वजह से जाम व व्यापार ठप होने की वजह से कलक्ट्रेट, स्टेशन रोड व कल्याण सर्किल इलाके के व्यापारियों ने जिला कलक्टर को ज्ञापन दिया है। ज्ञापन में बताया कि ज्यादातर स्कूल-कॉलेज की बसें पिपराली रोड, नवलगढ़ रोड व फतेहपुर रोड से होकर गुजरती है। जाम की वजह से विद्यार्थियों की पढ़ाई भी बाधित हो रही है। व्यापारियों ने शिकायत दी कि आंदोलन की वजह से दो दिन से व्यापार पूरी तरह से चौपट हो गया है। व्यापारियों ने आंदोलन को जल्द समाप्त कराने की मांग की है। वहीं पहले से निर्धारित स्थानों पर ही प्रदर्शन की अनुमति देने की बात भी कही है।