दरअसल, सीकर के पाटन इलाके के कांथली गांव में रविवार सुबह बरसात के कारण एक मकान गिर गया। जिसके नीचे दबने से 40 बकरियों की मौत हो गई। जानकारी के मुताबिक कांथली निवासी छीतरमल योगी बकरियां चरा कर अपना जीवन यापन करता है। बरसात के कारण उसने अपनी 110 बकरियों को मकान के कमरे में बंद कर रखा था। सुबह उसकी पत्नी बकरियों का दूध निकालने के लिए कमरे में गई थी तभी अचानक कमरा गिरने लगा। कमरे को गिरते देख छीतरमल की पत्नी बाहर भाग गई। देखते ही देखते मकान के दो कमरे गिर गए जिसमें 110 बकरियां दब गई।
लोगों ने इस मामले की सूचना पाकर पुलिस को दी जिसके बाद जेसीबी की सहायता से मलबे को हटाकर बकरियों को बाहर निकाला गया। इस हादसे में छीतरमल की 40 बकरियों की मौत हो गई जबकि 40 बकरियां गंभीर घायल हैं। घटना के बाद से छीतरमल के हाल बेहाल है। मकान ढहने के साथ रोजी- रोटी पर आए खतरे से वह बुरी तरह सहम गया।
वहीं राजधानी में सोमवार दोपहर को जमकर बारिश हुई। बारिश की झड़ी से मौसम बेहद खुशनुमा हो गया। हालांकि इस दौरान जगह-जगह पानी भी भर गया, जिससे लोगों को एक जगह से दूसरी जगह आने जाने में खासी परेशानियों का सामना करना पड़ा। करीब एक घंटे तक शहर के विभिन्न हिस्सों में बारिश हुई। इस दौरान त्रिमूर्ति सर्किल, सुभाष चौक और मोहल्ला पन्नी गरान में सड़कें दरिया बन गई।